नई दिल्ली: दिल्ली से जुड़ने वाला आखिरी अनइलेक्ट्रीफाइड दिल्ली-शामली रूट बहुत जल्दी इलेक्ट्रीफाइड हो जाएगा. उत्तर रेलवे के कंस्ट्रक्शन विंग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. अधिकारियों की मानें तो इसे पूरा करने के लिए 1 साल का टारगेट सेट किया गया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2021 से यहां इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने लगेंगी.
50 करोड़ आएगी लागत
जानकारी के मुताबिक, 50 करोड़ की लागत के साथ पूरे रूट को इलेक्ट्रीफाइड करने के प्लानिंग है. सिंगल लाइन रूट होने के चलते यह मुमकिन तो है लेकिन चुनौतीपूर्ण भी है. उत्तर रेलवे से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि रुट पर लगभग 140 किलोमीटर एलेक्टिफाइड नहीं है.
इसके चलते रुट पर कोई भी इलेक्ट्रिक इंजन की गाड़ी नहीं चल पाती है. ऐसे रास्तों के चलते ही मेमू ट्रेनों का लिंक सही तरीके से नहीं बन पाता और गाड़ियां 5 से 6 घंटे तक एक ही स्टेशन पर खड़ी रहती हैं. हालांकि बहुत जल्दी इस समस्या से निजात मिलेगी.
हजारों यात्रियों को मिलेगा फायदा
बता दें कि अभी के समय में शाहदरा स्टेशन से नौली स्टेशन तक रुट एलेक्टरीफाइड है. हालांकि इसका फायदा रेलयात्रियों को नहीं मिल पाता. प्लानिंग के तहत अगर काम हुआ तो बहुत जल्दी रुट पर चलने वाले हजारों यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा.