नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस द्वारा जनता के लिए कई सामुदायिक पुलिसिंग (Community Policing) कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. लेकिन इन योजनाओं से क्या समाज को कोई लाभ हो रहा है. ये पता लगाने के लिए दिल्ली पुलिस इन योजनाओं का थर्ड पार्टी ऑडिट करवाने जा रही है. पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) बालाजी श्रीवास्तव (Balaji Srivastava) ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं. अधिकारियों का मानना है कि इससे वास्तविकता का पता चलेगा और उसके अनुसार आगे महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकेंगे.
जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस द्वारा कई महत्वपूर्ण कम्युनिटी पुलिसिंग के कदम उठाये जा रहे हैं. समाज में सुधार लाने एवं अपराध को कम करने के लिए यह कार्य किये जाते हैं. इसके तहत जहां एक तरफ बच्चों को रोजगार से जोड़ने के लिए स्किल डेवलपमेंट का कोर्स कराया जाता है तो वहीं बच्चियों को मजबूत बनाने के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाती है. हाल ही में लोगों की शिकायत सुनने के लिए दिल्ली के प्रत्येक थाने में शनिवार को जन-सुनवाई की शुरुआत भी की गई है. इस तरह के कई प्रयास दिल्ली पुलिस द्वारा किये जा रहे हैं.
पुलिस कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने अपने आदेश में कहा है कि दिल्ली पुलिस द्वारा चलाई जा रही कम्युनिटी पुलिसिंग की योजनाओं का थर्ड पार्टी से ऑडिट करवाया जाए. इस ऑडिट से जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार इन योजनाओं को लेकर आगे काम किया जाएगा. पुलिस कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव की तरफ से स्पेशल सीपी हेड क्वार्टर, स्पेशल सीपी जनरल एडमिनिस्ट्रेशन और स्पेशल सीपी ईओडब्ल्यू को ऑडिट कराने के लिए कहा गया है. खास बात ये है कि यह इंटरनल ऑडिट नहीं बल्कि थर्ड पार्टी ऑडिट होगा.
ये भी पढ़ें: Sunanda Pushkar Death Case: शशि थरूर के खिलाफ आरोप तय करने के मामले में सुनवाई टली
दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी वेदभूषण ने इसे एक अच्छी पहल बताया है. उन्होंने कहा कि कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव यह जानना चाहते हैं कि कम्युनिटी पुलिसिंग का कितना लाभ समाज में हो रहा है. रिपोर्ट आने पर जिन योजनाओं से कोई खास लाभ नहीं होगा, उसमें रिपोर्ट के बाद सुधार किया जा सकता है. ऐसी कुछ योजनाओं को बंद भी किया जा सकता है. वहीं अगर किसी योजना से लाभ हो रहा है तो उसे ज्यादा बेहतर तरीके से बढ़ावा दिया जाएगा. समय-समय पर इस तरह के कदम सुधार के लिए आवश्यक होते हैं.