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Delhi Police Campaign: चाइनीज मांझे से ना कटे जीवन की डोर, दिल्ली पुलिस ने शुरू किया अभियान

चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एक अभियान चलाया है, जिसमें लोगों से इसके निर्माण, बिक्री और इस्तेमाल करने पर रोक लगाने में पुलिस को सहयोग करने की अपील की गई है.

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Published : Jul 20, 2023, 3:26 PM IST

Updated : Jul 20, 2023, 5:30 PM IST

नई दिल्ली: प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली में चाइनीज माझा धड़ल्ले से बिक रहा है. जिसकी वजह लोगों की जानें भी जाती हैं. बुधवार को पश्चिम विहार इलाके में 7 साल की एक बच्ची की चाइनीज मांझे की चपेट में आने से मौत हो गई. इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने चाइनीज मांझे की बिक्री, निर्माण और इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए अभियान शुरू किया है.

दिल्ली पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके घर के आसपास कहीं भी चाइनीज मांझा बनाया, बेचा या फिर उसका इस्तेमाल पतंग उड़ाने में किया जा रहा है तो 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दें. सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा. पुलिस को उम्मीद है कि इस पहल से चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी. गौरतलब है कि 15 अगस्त पर बड़ी संख्या में लोग पतंगबाजी करते हैं जिसमें ज्यादातर लोग चाइनीज मांझे का इस्तेमाल करते हैं. इसके कारण इंसानों की जान तो जाती ही है, पक्षियों की जान को भी खतरा रहता है. इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने चाइनीज मांझा के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया है.

  • क्या आपके आसपास चाइनीज़ माँझा की बिक्री, निर्माण अथवा उपयोग हो रहा है? आइये, इसे मिलकर रोकें!

    हमें 112 पर सूचना दें और इसकी रोकथाम में हमारा सहयोग करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।#ChineseManjha #DelhiPoliceCares pic.twitter.com/9bFwTcOOcA

    — Delhi Police (@DelhiPolice) July 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


इसलिए जानलेवा है चाइनीज मांझा

नायलॉन के धागे में मैटेलिक पाउडर मिलाकर चाइनीज मांझा बनाया जाता है. कांच और लोहे को पीसकर नायलॉन के धागे पर धार लगाई जाती है. ये धागा प्लास्टिक जैसा दिखता है और स्ट्रेचेबल होता है. खींचने पर टूटने की बजाय यह बढ़ जाता है. इसे काटना मुश्किल होता है इसीलिए प्रतिस्पर्धा के कारण पतंगबाज इसका इस्तेमाल करते हैं. अब ये मांझा भारत में भी बनने लगा है. इसकी धार इतनी तेज होती है कि इससे गर्दन तक कट जाती है. पतंगबाजों द्वारा पतंग उड़ाने के दौरान यह मांझा अक्सर सड़क पर गुजर रहे लोगों की गर्दन में फंस जाता है जिससे हादसे होते हैं. पतंगबाजी के बाद भी लंबे समय तक चाइनीज मांझा बिजली के खंभों, पेड़ों की डालों व दीवारों आदि के सहारे इधर-उधर लटकता रहता है और अक्सर बाइक सवारों के गले में फंस जाता है, जिससे लोगों की जान चली जाती है.

पांच साल की सजा और एक लाख जुर्माने का प्रावधान

प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली में चोरी चुपके चाइनीज मांझा बनाया और स्थानीय बाजारों में से बेचा जा रहा है. वर्ष 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देश में चाइनीज मांझे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बावजूद यह जगह-जगह बेचा जा रहा है. एनजीटी का आदेश आने के बाद दिल्ली सरकार ने भी नोटिफिकेशन जारी कर इस पर प्रतिबंध लगा दिया था. चाइनीज मांझा बनाना, बेचना या फिर इसका इस्तेमाल कर पतंग उड़ाना प्रतिबंधित है. इसका उल्लंघन करने पर 5 साल की सजा और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है. पतंग उड़ाने के लिए सिर्फ सूती धागे के इस्तेमाल करने की इजाजत है.

चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चलाया अभियान
चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चलाया अभियान

दिल्ली में इन मौकों पर होती है पतंगबाजी

राजधानी दिल्ली में वैसे तो पूरे वर्ष लोग पतंग उड़ाते हैं. लेकिन स्वतंत्रता दिवस और मकर संक्रांति के अवसर पर बड़े पैमाने पर पतंगबाजी की जाती है. इसमें बड़े स्तर पर चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जाता है. स्वतंत्रता दिवस और मकर संक्रांति से कुछ दिन पहले ही लोग पतंगबाजी करने लगते हैं. लेकिन इसका दुष्प्रभाव लंबे समय तक बना रहता है. दरअसल पतंगबाजी के दौरान तो हादसे होते ही हैं, इसके कई दिनों बाद तक भी लोगों की जान पर खतरा बना रहता है. क्योंकि पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझा पेड़ों, बिजली के खंभों और लोगों के घरों की छतों पर अटक जाता है. इनमें से यदि कोई मांझा सड़क पर लटक रहा होता है तो वह बाइक सवारों के लिए जान का खतरा बन जाता है.


ये भी पढ़ें: पिता के सामने चाइनीज मांझा ने ली बच्ची की जान, बाइक पर जाने के दौरान कटा गला

ये भी पढ़ें: चाइनीज मांझा पर डिटेल जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करे दिल्ली पुलिस: हाईकोर्ट


नई दिल्ली: प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली में चाइनीज माझा धड़ल्ले से बिक रहा है. जिसकी वजह लोगों की जानें भी जाती हैं. बुधवार को पश्चिम विहार इलाके में 7 साल की एक बच्ची की चाइनीज मांझे की चपेट में आने से मौत हो गई. इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने चाइनीज मांझे की बिक्री, निर्माण और इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए अभियान शुरू किया है.

दिल्ली पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके घर के आसपास कहीं भी चाइनीज मांझा बनाया, बेचा या फिर उसका इस्तेमाल पतंग उड़ाने में किया जा रहा है तो 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दें. सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा. पुलिस को उम्मीद है कि इस पहल से चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी. गौरतलब है कि 15 अगस्त पर बड़ी संख्या में लोग पतंगबाजी करते हैं जिसमें ज्यादातर लोग चाइनीज मांझे का इस्तेमाल करते हैं. इसके कारण इंसानों की जान तो जाती ही है, पक्षियों की जान को भी खतरा रहता है. इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने चाइनीज मांझा के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया है.

  • क्या आपके आसपास चाइनीज़ माँझा की बिक्री, निर्माण अथवा उपयोग हो रहा है? आइये, इसे मिलकर रोकें!

    हमें 112 पर सूचना दें और इसकी रोकथाम में हमारा सहयोग करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।#ChineseManjha #DelhiPoliceCares pic.twitter.com/9bFwTcOOcA

    — Delhi Police (@DelhiPolice) July 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


इसलिए जानलेवा है चाइनीज मांझा

नायलॉन के धागे में मैटेलिक पाउडर मिलाकर चाइनीज मांझा बनाया जाता है. कांच और लोहे को पीसकर नायलॉन के धागे पर धार लगाई जाती है. ये धागा प्लास्टिक जैसा दिखता है और स्ट्रेचेबल होता है. खींचने पर टूटने की बजाय यह बढ़ जाता है. इसे काटना मुश्किल होता है इसीलिए प्रतिस्पर्धा के कारण पतंगबाज इसका इस्तेमाल करते हैं. अब ये मांझा भारत में भी बनने लगा है. इसकी धार इतनी तेज होती है कि इससे गर्दन तक कट जाती है. पतंगबाजों द्वारा पतंग उड़ाने के दौरान यह मांझा अक्सर सड़क पर गुजर रहे लोगों की गर्दन में फंस जाता है जिससे हादसे होते हैं. पतंगबाजी के बाद भी लंबे समय तक चाइनीज मांझा बिजली के खंभों, पेड़ों की डालों व दीवारों आदि के सहारे इधर-उधर लटकता रहता है और अक्सर बाइक सवारों के गले में फंस जाता है, जिससे लोगों की जान चली जाती है.

पांच साल की सजा और एक लाख जुर्माने का प्रावधान

प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली में चोरी चुपके चाइनीज मांझा बनाया और स्थानीय बाजारों में से बेचा जा रहा है. वर्ष 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देश में चाइनीज मांझे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बावजूद यह जगह-जगह बेचा जा रहा है. एनजीटी का आदेश आने के बाद दिल्ली सरकार ने भी नोटिफिकेशन जारी कर इस पर प्रतिबंध लगा दिया था. चाइनीज मांझा बनाना, बेचना या फिर इसका इस्तेमाल कर पतंग उड़ाना प्रतिबंधित है. इसका उल्लंघन करने पर 5 साल की सजा और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है. पतंग उड़ाने के लिए सिर्फ सूती धागे के इस्तेमाल करने की इजाजत है.

चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चलाया अभियान
चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चलाया अभियान

दिल्ली में इन मौकों पर होती है पतंगबाजी

राजधानी दिल्ली में वैसे तो पूरे वर्ष लोग पतंग उड़ाते हैं. लेकिन स्वतंत्रता दिवस और मकर संक्रांति के अवसर पर बड़े पैमाने पर पतंगबाजी की जाती है. इसमें बड़े स्तर पर चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जाता है. स्वतंत्रता दिवस और मकर संक्रांति से कुछ दिन पहले ही लोग पतंगबाजी करने लगते हैं. लेकिन इसका दुष्प्रभाव लंबे समय तक बना रहता है. दरअसल पतंगबाजी के दौरान तो हादसे होते ही हैं, इसके कई दिनों बाद तक भी लोगों की जान पर खतरा बना रहता है. क्योंकि पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझा पेड़ों, बिजली के खंभों और लोगों के घरों की छतों पर अटक जाता है. इनमें से यदि कोई मांझा सड़क पर लटक रहा होता है तो वह बाइक सवारों के लिए जान का खतरा बन जाता है.


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Last Updated : Jul 20, 2023, 5:30 PM IST
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