नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की धड़कनें आने वाली 17 जुलाई को होने वाली जॉइंट कैडर अथॉरिटी मीटिंग को लेकर बढ़ी हुई हैं. इस बैठक में बड़े स्तर पर फेरबदल होने की संभावना है.
पहली बार पुलिस कमिश्नर को नहीं भेजी कॉपी
चर्चा है कि इस बैठक में एसीपी से लेकर विशेष आयुक्त स्तर के अधिकारियों को बड़ी संख्या में दिल्ली से बाहर भेजा जा सकता है. हैरानी की बात ये है कि इस बैठक से संबंधित कॉपी पहली बार पुलिस कमिश्नर को नहीं भेजी गई है.
कौन पुलिस अधिकारी दिल्ली में रहेगा, कौन बाहर !
जानकारी के अनुसार मोदी सरकार की दूसरी पारी शुरू होने के बाद ये पहली जॉइंट कैडर अथॉरिटी मीटिंग होने जा रही है. इस बैठक में ये तय किया जाता है कि कौन पुलिस अधिकारी दिल्ली में रहेगा और कौन बाहर जाएगा.
ये अधिकारी जा सकते हैं बाहर
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में उन पुलिस अधिकारियों के नामों को लेकर चर्चा होगी जो तीन वर्ष या उससे अधिक समय से दिल्ली में जमे हुए हैं. इन पुलिस अधिकारियों को दिल्ली से बाहर गोवा, अरुणाचल, मिजोरम, अंडमान, पॉन्डिचेरी, निकोबार आदि जगहों पर भेजा जा सकता है.
इसके चलते दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की सांसें अटकी हुई हैं. अभी तक इस बात की किसी को भनक नहीं है कि इस बैठक में किसका नंबर आएगा.
इस बैठक से महज एक सप्ताह पहले नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया गया है.
दो दिन पहले बुलाई गई बैठक
जॉइंट कैडर अथॉरिटी की जो बैठक पहले 19 जुलाई को होनी थी, उसे अब दो दिन पहले 17 जुलाई को किया जा रहा है. इसकी वजह से भी ये बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इसमें अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, मिजोरम और गोवा के मुख्य सचिव शामिल होंगे.
इस बैठक में होने वाले ट्रांसफर 20 जुलाई तक सामने आ सकते हैं. ट्रांसफर होने वाले कुछ अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस के चलते रोका जा सकता है, लेकिन इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस से रिलीव कर दिया जाएगा.