नई दिल्ली: 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र के दौरान किसानों के संसद घेराव के ऐलान के मद्देनजर दिल्ली पुलिस अपनी पुख्ता तैयारी कर रही है. किसान 22 जुलाई को संसद भवन के घेराव की बात पहले ही साफ कर चुके हैं. ऐसे में पुलिस हर वो मुमकिन कोशिश कर रही है, जिससे हालात ना बिगड़े.
किसानों को समझाने के लिए दिल्ली पुलिस की तरफ से आईपीएस अधिकारी संजय त्यागी को विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है, जो किसानों को संसद भवन के अलावा किसी अन्य वैकल्पिक जगह पर बैठने के लिए उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हैं. इसके अलावा किसान किसी दूसरे रास्ते से निकलकर संसद भवन तक ना पहुंच जाए, इसको लेकर दिल्ली के यमुना खादर के इलाकों में मॉक ड्रिल कराकर पुलिसकर्मियों को भीड़ से निपटने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
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गौरतलब है कि 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई घटना के बाद आंदोलन को लेकर दिल्ली पुलिस की साख भी दांव पर लगी है. ऐसे में एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी किसान नेताओं से बातचीत कर उन्हें वैकल्पिक जगह पर बैठने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ किसानों के वेशभूषा में बैठे असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को खास ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
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पुलिस ने अपनी तैयारियों के अलावा मेट्रो प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा है. दिल्ली पुलिस ने उन्हें बताया है कि जरूरत पड़ने पर अलग-अलग समय के लिए दिल्ली के अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों को बंद किया जा सकता है. इसके लिए वह भी अपनी तैयारियां मुकम्मल रखें. बता दें कि संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न रह जाए, इसके लिए दिल्ली पुलिस के मुखिया सहित तमाम आला अधिकारी कई दौर की मैराथन मीटिंग भी कर चुके हैं.