नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच इंटरस्टेट सेल की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 हजार की इनामी ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार यह दिल्ली एनसीआर से कार चोरी करता था और उन्हें अपने सदस्यों के साथ मिलकर अलग-अलग राज्यों में बेच दिया करता था. गिरफ्तार आरोपी के ऊपर 50 हजार का इनाम भी घोषित था. बदमाश साल 2020 से एक मामले में फरार चल रहा था और अपना ठिकाना लगातार बदल रहा था.
बदमाश को चोरी मामले में कोर्ट द्वारा पीओ घोषित किया गया था. इसके ऊपर यूपी और राजस्थान के अलग-अलग थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. वहींं इस मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस उपायुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए दिल्ली और इसके आसपास के राज्यों में कई अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हो गए हैं, ऐसे इन पर अंकुश लगाने के लिए क्राइम ब्रांच इंटरस्टेट सेल की टीम दिन रात काम कर रही है.
ऑटो लिफ्टिंग गिरोह का पर्दाफाश: इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए ज्वाइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल और एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में एक टीम का गठन किया, जिसमें इंस्पेक्टर मनमीत मालिक, एसआई विकास, एएसआई कृष्णपाल, हेड कांस्टेबल नितेश, अमित, सचिन, मोहित ,कॉन्स्टेबल योगेंद्र और आशीष को शामिल किया गया. आखिरकार टीम को सफलता हाथ लगी और मेरठ में छापेमारी के दौरान आरोपी मुन्ना उर्फ निजामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया.
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पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह अपनी सदस्य रईसुद्दीन, निवासी बड़ौत बागपत यूपी और सोनी, निवासी बारी कला दिल्ली के साथ मिलकर वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. वह गाड़ी को अच्छे दामों पर बेचने के लिए इंजन और चेचिस के नंबर को भी बदल देता था. फिलहाल पुलिस आरोपी के अन्य सदस्यों के पता लगाने के प्रयास में जुटी हैं, जल्द ही क्राइम ब्रांच की टीम उसे भी गिरफ्तार कर लेगी.
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