नई दिल्ली: अनिल अंबानी को लेकर ऑनलाइन डाले गए कोर्ट आर्डर में गड़बड़ी करने के मामले में कोर्ट के दो कर्मचारियों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट ने पहले से ही नौकरी से निलंबित कर दिया था.
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि अनिल अंबानी के अदालत में पेश होने संबंधित आर्डर को डालने में आरोपियों ने जान बूझकर गड़बड़ी की थी.
एरिक्सन को लेने थे 550 करोड़
क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार अनिल अंबानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक मामला चल रहा है. इसमें एरिक्सन कंपनी को 550 करोड़ रुपये अनिल अंबानी की कंपनी से लेने थे. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अनिल अंबानी को पेश होने के निर्देश दिए थे.
सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी पेशी से छूट चाहते थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश आरएफ नरीमन और विनीत शरण ने इस अपील को खारिज कर दिया था.
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर डाला गलत ऑर्डर
सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पेशी से छूट की बात को खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद वेबसाइट पर ये आर्डर डाला गया कि उन्हें पेशी से छूट मिल गई है. एरिक्सन कंपनी की तरफ से इस बाबत सुप्रीम कोर्ट को शिकायत की गई थी.
जानबूझ के वेबसाइट में डाला गलत ऑर्डर
इसकी जांच में पता चला कि कोर्ट के दो कर्मचारियों ने इस आदेश को नोट किया था, जिसे बाद में वेबसाइट पर डाल दिया गया. प्राथमिक जांच में पता चला कि ये गलती भूलवश नहीं हुई है, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी.
जांच के बाद गिरफ्तार हुए आरोपी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में छानबीन के लिए आरोपियों से पूछताछ की गई थी. उनसे मिली जानकारी और सामने आए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
छानबीन जारी
गिरफ्तार आरोपी कोर्ट मास्टर मानव शर्मा और असिस्टेंट रजिस्ट्रार तपन कुमार चक्रवर्ती को हैं. पुलिस इनसे पूछताछ कर ये जानने का प्रयास कर रही है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. पूरे मामले की छानबीन जारी है.