नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में अब बिल्कुल भी कोताही नहीं बरती जाएगी. इसलिए जल्द से जल्द भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों का निपटारा किया जाए. साथ ही इस संबंध में अधिकारी उन्हें पल-पल की अपडेट भी देते रहें. दरअसल, एलजी ने विजिलेंस डिपार्टमेंट के साथ समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने अधिकारियों के साथ भ्रष्टाचार के मामलों की रोकथाम को लेकर रिव्यू किया. एलजी ने पेंडिंग मामलों को जल्द निपटाने के निर्देश दिए हैं. विजिलेंस डिपार्टमेंट में एलजी के निर्देश के बावजूद अभी भी कुछ ऐसे मामले ऐसे हैं, जिन्हें 20 साल से अधिक समय होने पर भी निपटाया नहीं गया है.
विजिलेंस डिपार्टमेंट पर 169 मामले हैं पेंडिंग : हर महीने 2 केस सुलझाने की औसत से विजिलेंस डिपार्टमेंट ने बीते सात माह में 15 मामले सुलझाए हैं. वहीं, अभी तक 169 मामले पेंडिंग हैं और 9 मामले ऐसे हैं, जो 20 साल से अधिक पुराने हैं. हालांकि, इसमें से 2 मामलो को विजिलेंस डिपार्टमेंट ने बीते सात महीने में निपटाया है, जिससे इनकी संख्या अब 7 बची हुई हैं. विजिलेंस डिपार्टमेंट के अधिकारियों पर इन 7 मामलों को जल्द से जल्द निपटाने का दबाव है.
दो साल में 155 केस दर्ज : विजिलेंस डिपार्टमेंट ने बताया था कि भ्रष्टाचार के मामलों को तेजी से निपटाने के लिए पहली बार ऑनलाइन मोड में शिकायत करने की प्रणाली विकसित की जा रही है.जिससे शिकायतकर्ता ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे. इससे शिकायतकर्ता को भी फायदा होगा. वहीं, आंकड़ों पर गौर करें तो विजिलेंस डिपार्टमेंट को बीते दो साल में 155 मामलों की शिकायत मिली हैं. इस तरह 24 ऐसे मामले हैं जो 19 साल पुराने हैं, जिनमें 3 मामले सुलझाए गए, जबकि 21 अभी भी बाकी हैं. इसी तरह 10 से 14 साल, 5 से 10 साल के भीतर वाले कुल 169 मामले पेंडिंग हैं. विजिलेंस डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन मामलों का निपटारा कर लिया जाएगा.
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