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दिल्ली में नहीं होगा जल संकट, मंत्री आतिशी की आशंका का बोर्ड ने किया खंडन, जानें पूरा मामला - दिल्ली जल बोर्ड

Delhi Jal Board: दिल्ली में जल संकट की मंत्री आतिशी की आशंका का बोर्ड ने खंडन किया है. जल मंत्री आतिशी ने राजधानी के कई इलाके में पानी की किल्लत होने की बात कही थी. इसकी मुख्य वजह वित्त सचिव द्वारा जल बोर्ड के सारे फंड को बंद करना बताया था.

दिल्ली में जल संकट नहीं
दिल्ली में जल संकट नहीं
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 23, 2023, 8:15 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जल संकट को लेकर दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी द्वारा मंगलवार को दिए गए बयान का जल बोर्ड ने खंडन किया. जल बोर्ड का कहना है कि तमाम जल शोधन संयंत्रों में निर्धारित मात्रा में पानी की आपूर्ति हो रही है. राजधानी के किसी भी इलाके में जल संकट की समस्या नहीं है.

जल संकट पर मंत्री आतिशी के बयान पर जल बोर्ड के पब्लिक रिलेशन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने अपना बयान जारी किया. दावा किया कि दिल्ली जल बोर्ड को पानी की व्यवस्था में किसी तरह की रुकावट की कोई आशंका नहीं है. जल बोर्ड ने फंड्स की दूसरी इंस्टॉलमेंट के लिए दिल्ली सरकार के वित्त विभाग के सामने मामला उठाया है. जल बोर्ड जब दिल्ली सरकार के वित्त विभाग को मांगी गई जानकारी और डाटा सबमिट करेगा तो फंड्स रिलीज हो सकते हैं.

इससे पहले मई, 2023 में दिल्ली जल बोर्ड को वित्त विभाग पहली किस्त के रूप में 1952 करोड़ रुपये की धनराशि मिली थी, जो परियोजनाओं के वास्तविक कार्यान्वयन, जमीनी स्तर पर कार्यों की प्रगति और उसके उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने की बात भी थी. जल बोर्ड की जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाएं बिना किसी व्यवधान के जारी रहेंगी. जल और सीवरेज सेवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल बोर्ड किसी भी अचानक और जरूरी काम को पूरा करने की स्थिति में है. 22 नवंबर को दिल्ली में 1004 एमजीडी पानी सप्लाई की गई.

बता दें, आतिशी ने मंगलवार को आशंका जताई थी कि जल बोर्ड से संबंधित कार्य पूरे करने में फंड की कमी होने से ठेकेदार काम बंद करने वाले हैं. उनके अनुसार दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार के कहने पर वित्त सचिव आशीष वर्मा ने अगस्त से जल बोर्ड के सारे फंड बंद कर दिए हैं. इसके चलते जल बोर्ड के पास सैलरी और रूटीन कामों के लिए भी पैसे नहीं हैं.

आतिशी के मुताबिक, सभी ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है. आने वाले दिनों में कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत, गंदा पानी और सीवर ओवरफ़्लो हो सकता है. यह एक इमरजेंसी जैसे हालात हैं, इसलिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए. बुधवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल जल बोर्ड में हुए घोटाले को छिपाने के लिए जनता का ध्यान भटकना चाहती है.

दिल्ली में पानी की आपूर्ति: दिल्ली जल बोर्ड 990 मिलियन गैलन पर डे (एमजीडी) पानी की आपूर्ति करता है. दिल्ली में 15300 किलोमीटर पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है और जहां पानी की पाइप लाइन नहीं है वह 1200 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जल संकट को लेकर दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी द्वारा मंगलवार को दिए गए बयान का जल बोर्ड ने खंडन किया. जल बोर्ड का कहना है कि तमाम जल शोधन संयंत्रों में निर्धारित मात्रा में पानी की आपूर्ति हो रही है. राजधानी के किसी भी इलाके में जल संकट की समस्या नहीं है.

जल संकट पर मंत्री आतिशी के बयान पर जल बोर्ड के पब्लिक रिलेशन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने अपना बयान जारी किया. दावा किया कि दिल्ली जल बोर्ड को पानी की व्यवस्था में किसी तरह की रुकावट की कोई आशंका नहीं है. जल बोर्ड ने फंड्स की दूसरी इंस्टॉलमेंट के लिए दिल्ली सरकार के वित्त विभाग के सामने मामला उठाया है. जल बोर्ड जब दिल्ली सरकार के वित्त विभाग को मांगी गई जानकारी और डाटा सबमिट करेगा तो फंड्स रिलीज हो सकते हैं.

इससे पहले मई, 2023 में दिल्ली जल बोर्ड को वित्त विभाग पहली किस्त के रूप में 1952 करोड़ रुपये की धनराशि मिली थी, जो परियोजनाओं के वास्तविक कार्यान्वयन, जमीनी स्तर पर कार्यों की प्रगति और उसके उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने की बात भी थी. जल बोर्ड की जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाएं बिना किसी व्यवधान के जारी रहेंगी. जल और सीवरेज सेवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल बोर्ड किसी भी अचानक और जरूरी काम को पूरा करने की स्थिति में है. 22 नवंबर को दिल्ली में 1004 एमजीडी पानी सप्लाई की गई.

बता दें, आतिशी ने मंगलवार को आशंका जताई थी कि जल बोर्ड से संबंधित कार्य पूरे करने में फंड की कमी होने से ठेकेदार काम बंद करने वाले हैं. उनके अनुसार दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार के कहने पर वित्त सचिव आशीष वर्मा ने अगस्त से जल बोर्ड के सारे फंड बंद कर दिए हैं. इसके चलते जल बोर्ड के पास सैलरी और रूटीन कामों के लिए भी पैसे नहीं हैं.

आतिशी के मुताबिक, सभी ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है. आने वाले दिनों में कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत, गंदा पानी और सीवर ओवरफ़्लो हो सकता है. यह एक इमरजेंसी जैसे हालात हैं, इसलिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए. बुधवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल जल बोर्ड में हुए घोटाले को छिपाने के लिए जनता का ध्यान भटकना चाहती है.

दिल्ली में पानी की आपूर्ति: दिल्ली जल बोर्ड 990 मिलियन गैलन पर डे (एमजीडी) पानी की आपूर्ति करता है. दिल्ली में 15300 किलोमीटर पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है और जहां पानी की पाइप लाइन नहीं है वह 1200 टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है.

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