नई दिल्ली: दिल्ली में एक तरफ हर दिन बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं कोरोना से मौत के मामले भी तेजी दिख रही है. बीते 10 दिनों का ही आंकड़ा देखें, तो दिल्ली में कोरोना के कारण 379 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसी ही बढ़ती संख्या ने दिल्ली में केवल सितंबर महीने में कोरोना से मौत के आंकड़े को 917 पर पहुंचा दिया है.
बीते हफ्ते हर दिन औसतन 39 मौत
हालांकि दिल्ली में कोरोना से मौत की कुल दर में कुछ कमी दिख रही है और यह 2 फीसदी से नीचे आकर 1.92 फीसदी पर पहुंच गई है. लेकिन बीते 10 दिन में हुई मौत के आंकड़े के आधार पर देखें, तो यह दर 1 फीसदी को पार कर चुकी है और यह अभी 1.25 फीसदी है. यह दर पूरे अगस्त महीने और एक हफ्ते पहले तक लगातार एक फीसदी से नीचे रही है. लेकिन बीते एक हफ्ते में ही औसतन हर दिन 39 मौतें हुई हैं.
जून में हुई थी सबसे ज्यादा मौत
हर दिन होने वाली मौत के हिसाब से देखें, तो अब तक जून महीने में यह संख्या सबसे ज्यादा रही है. गौरतलब है कि जून में दिल्ली कोरोना की गंभीर चपेट में थी, तब एक समय संक्रमण दर 30 फीसदी पर पहुंच गई थी. वहीं मौत की दर 7 फीसदी को पार कर गई थी. कोरोना से पूरी दिल्ली में अब तक 5361 लोगों की मौत हुई है और इसमें से 2269 मौत केवल जून में हुई थी. वहीं, जुलाई में 1221 लोगों को कोरोना के कारण जान गंवानी पड़ी.
सरकार ने उठाए थे कई कदम
यह वो समय था, जब दिल्ली के कई अस्पतालों से अव्यवस्था की खबरें आ रहीं थीं. उसी दौरान दिल्ली सरकार ने मौत के मामलों को कम करने के मद्देनजर कई कदम उठाए थे. अस्पतालों में एक होल्डिंग एरिया बनाया गया, जहां किसी भी सीरियस मरीज के पहुंचते ही तुरंत ऑक्सीजन देने और आईसीयू में रखने की व्यवस्था हुई. इन सब कदमों का अगस्त के आंकड़े में असर दिखा. लेकिन सितंबर में फिर से स्थिति खराब होती दिख रही है.
क्योंकि आ रहे ज्यादा नए मामले
हालांकि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि मौत के आंकड़ों के बढ़ने का कारण बड़ी संख्या में सामने आए कोरोना के मामले ही हैं. इसे लेकर जब सवाल किया गया, तो सत्येंद्र जैन ने कहा कि सितंबर में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले आए हैं, इसलिए मौत के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. उनका यह भी कहना था कि जिन सीरियस मरीजों की मौत हो रही है, उनमें से कई पहले से इलाजरत थे.