नई दिल्लीः कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून की मांग को लेकर दिल्ली कांग्रेस द्वारा शुक्रवार को उपराज्यपाल के निवास का घेराव किया गया. घेराव कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी कुमार सहित हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे.
प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की देखने को मिली. इस दौरान कटीली तारों से उलझ कर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अलका लांबा का हाथ कट गया. अलका लांबा का हाथ कटने के बाद माहौल पूरी तरह से बदल गया. उसके बाद पुलिसकर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की देखने को मिली.
'किसानों के सम्मान में बहा खून'
प्रदर्शन के दौरान अलका लांबा ने कहा कि मेरे हाथ से बह रहा खून किसानों के सम्मान में बह रहा है. पुलिस द्वारा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को दबाने के लिए कटीले तार लगाए गए हैं, जो आज से पहले कभी नहीं हुआ. हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे और अपनी मांग को लेकर उपराज्यपाल से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा हमारे साथ अपराधी की तरह व्यवहार किया जा रहा है और प्रदर्शन के दौरान ही मेरा हाथ तक कट गया. मेरे हाथ से निकल रहा, खून किसानों के सम्मान के लिए है.
'वापस हो कृषि कानून'
उप राज्यपाल निवास के घेराव के दौरान दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि हम कृषि कानून की वापसी को लेकर उपराज्यपाल के निवास का घेराव करने आए थे, जिसमें शीर्ष नेतृत्व द्वारा भी हमें सहयोग मिला. यह तीनों कृषि कानून आम लोगों पर महंगाई का बोझ डालेगा, इसलिए सरकार को चाहिए कि यह तीनों कृषि कानून को तुरंत वापस लें और दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर चल रहा किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराएं.
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