नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली बीजेपी में फेरबदल की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बीते दिनों दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया. अब संगठन महामंत्री के रूप में पवन राणा को पार्टी ने जिम्मेदारी सौंपी है. इससे प्रदेश बीजेपी में संगठनात्मक बदलाव को लेकर हलचल तेज हो गई है.
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली बीजेपी में संगठन महामंत्री के प्रभार संभालते ही अब प्रदेश में जल्द से जल्द फेरबदल किया जाएगा. पार्टी में नई टीम में शामिल नामों का ऐलान कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सार्वजनिक होने की उम्मीद है. दिल्ली प्रदेश की नई टीम में 80 फीसदी से अधिक नए पदाधिकारियों को मौका दिया जाएगा. एक व्यक्ति एक पद के तहत ऐसे पदाधिकारियों का कार्यकारिणी में शामिल होना तय माना जा रहा है.
पवन राणा को बड़ी जिम्मेदारी: रविवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल के संगठन महामंत्री पवन राणा को दिल्ली बीजेपी का संगठन महामंत्री नियुक्त किया. अभी तक दिल्ली में सिद्धार्थन संगठन महामंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे. 2015 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के कुछ समय बाद उन्होंने पदभार ग्रहण क्रिया था. उनके 8 साल के कार्यकाल में दिल्ली बीजेपी ने 2017 का एमसीडी चुनाव जीता, लेकिन गत वर्ष दिसंबर में हुए दूसरे नगर चुनाव में पार्टी को हार मिली. इसके बाद से ही दिल्ली बीजेपी में फेरबदल की चर्चा होने लगी थी.
सभी सीटें जीतना BJP की पहली चुनौती: लोकसभा चुनाव में पहले की तरह दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें जीतना पार्टी की पहली चुनौती है. इस नई चुनौती को पूरा करने के लिए पार्टी ने पवन राणा को नियुक्त किया है. पवन राणा ने इससे पहले कभी दिल्ली में पार्टी संगठन के लिए काम नहीं किया है. ऐसे में उनके लिए सब कुछ नए सिरे से करना होगा. अब पार्टी के उपाध्यक्ष, मंत्री, महासचिव, कोषाध्यक्ष, सचिव आदि पदों पर नए चेहरे की नियुक्ति और उन सब को एकजुट करके आगे लोकसभा चुनाव के लिए अभी से काम शुरू करना पहली प्राथमिकता है.
ये भी पढ़ें: Delhi Mayor Election: मेयर चुनाव से पहले AAP को झटका, द्वारका से AAP महिला पार्षद BJP में शामिल
आगामी चुनाव के मद्देनजर नियुक्तियां: प्रदेश कार्यकारिणी में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और वर्ष 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों की मद्देनजर ही नियुक्तियां की जाएंगी. कुछ ऐसे युवाओं और पुराने अनुभवी लोगों को संगठन में जगह दी जा सकती है, जिन्होंने दिल्ली सरकार के विरुद्ध चलाए गए अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई है.
ये भी पढ़ें: Free Bus Pass: दिल्ली में मजदूर DTC बस में करेंगे फ्री यात्रा, सरकार देगी पास, जानें और क्या हुआ ऐलान