नई दिल्ली: दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब दिल्ली बीजेपी की प्रदेश मंत्री बांसुरी स्वराज ने प्रेस कांफ्रेंस कर केजरावाल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर दिल्ली जल बोर्ड में एसटीपी प्लांट के नाम पर 500 करोड़ रुपए घोटाले करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जल बोर्ड को लूट का अड्डा बना लिया है.
बांसुरी स्वराज ने कहा कि आम आदमी पार्टी के द्वारा चुनिंदा बिडर्स को टेंडर बिड के लिए बुलाया गया. 1 दिसंबर 2021 की मीटिंग में केजरीवाल सरकार के मंत्री ने खुद ही तय कर दिया कि सिर्फ आईएफएफएस टेक्नोलॉजी की बात कही गई. जबकि, जो अवधि थी वह भी सिर्फ 11 महीनों की थी. उन्होंने कहा कि इसमें किक बैक की संभावना पूरी है. इसकी सीबीआई से जांच होना जरूरी है. यमुना के मलीनता का बहाना बनाकर केजरीवाल सरकार ने एसटीपी प्लांट में घोटाले को अंजाम दिया है.
बांसुरी स्वराज ने कहा कि यमुना की सफाई के बहाने केजरीवाल ने एक और 500 करोड़ रुपये का घोटाला किया है. 10 एसटीपी प्लांट को दो कैटेगरी में करके डिटेल्ड प्रोजेक्ट भी नहीं दिया गया. अनुमानित लागत बढ़ाई गई और सबको एक तरह से ही रखा गया. जबकि, हकीकत है कि एक प्लांट को 100 फीसदी इंक्रीज होना था. अन्य प्लांट में 52 फीसदी की जरूरत थी, लेकिन उनके ऊपर भी 100 फीसदी ही इंक्रीज करने की बात कही गई.
वहीं, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि हैरानी की बात है कि इन फर्मों के पास एनजीटी के मानकों के अनुसार आईएफएएस तकनीक नहीं है और न ही उन्होंने कभी किसी म्युनिसिपल एसटीपी में काम किया है. यह सब इसलिए किया गया कि ये फर्म दक्षिण भारत की उस शराब लॉबी से जुड़ी हैं, जिन्हें शराब घोटाले में भी लाभ पहुंचाया गया है. बिधूड़ी ने उपराज्यपाल से मांग की है कि इस घोटाले की जांच सीबीआई से करवाई जाए.