नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के मतदाताओं को लुभाने के लिए जहां बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच लंबे समय से कशमकश चल रही है. आम आदमी पार्टी ने 70 उम्मीदवारों में से 12 पूर्वांचलियों को टिकट दिया है. वहीं बीजेपी में प्रत्याशियों की पहली सूची में 57 में से फिलहाल सात सीटों पर पूर्वांचल प्रत्याशियों को उतारकर मजबूत दांव खेला है. हालांकि अभी भाजपा ने 13 उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है.
बीजेपी पहले भी अधिक पूर्वांचल के लोगों को दिया है टिकट
बीजेपी रिठाला जैसी विधानसभा सीट जहां जाट मतदाताओं की संख्या भी अधिक है, वहां पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले मनीष मिश्रा को टिकट दिया है. पार्टी ने 10 फीसद से अधिक पूर्वांचल के लोगों को टिकट दिया है.
चुनाव से पहले पूर्वांचल के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
दिल्ली में पूर्वांचल के मतदाताओं को लुभाने को लेकर बीजेपी के नेता लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं. वजह साफ है कि राजधानी में पूर्वांचल के लोगों की संख्या 40 लाख से अधिक है और इनमें से पूर्वांचल के अधिकांश लोग अनधिकृत कॉलोनी में रहते हैं.
शायद यही वजह है कि बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले इन 40 लाख लोगों को मालिकाना हक देने का फ़ैसला किया और पिछले दिनों मालिकाना हक देने के नाम पर कुछ लोगों को रजिस्ट्री के दस्तावेज भी वितरित किए गए.
मनोज तिवारी को बीजेपी ने बनाया चेहरा
बीजेपी ने पूर्वांचल के लोगों को लुभाने के लिए ही राजधानी में पार्टी का चेहरा मनोज तिवारी को बनाया हुआ है. विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने वाले पूर्वांचली मतदाताओं को लेकर बीजेपी हमेशा से सजग रही है. छठ पूजा के दौरान भी पार्टी के नेता लगातार सक्रिय रहे थे.
बीजेपी ने इन सात पूर्वांचल चेहरे पर लगाया दांव-
- कपिल मिश्रा - मॉडल टाउन
- अनिल झा - किरारी
- अभय वर्मा - लक्ष्मी नगर
- संजय सिंह - विकासपुरी
- विजय भगत - समयपुर बादली
- कौशल मिश्रा - सीलमपुर
- मनीष चौधरी - रिठाला