नई दिल्ली: ट्रैक्टर रैली के दौरान मचाये गए उत्पात एवं हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा की जाएगी. इसे लेकर पुलिस कमिश्नर की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं. उन्होंने इसे लेकर एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो हिंसा को लेकर दर्ज एफआईआर की जांच करेगी. क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी इसे लेकर बैठक कर रहे हैं.
दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच
जानकारी के अनुसार गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर रैली निकालने के दौरान दिल्ली के विभिन्न इलाकों में आंदोलनकारियों द्वारा हिंसा की घटनाएं की गई थीं. इसे लेकर दिल्ली के विभिन्न थानों में 25 एफआईआर दर्ज की गई हैं. इस घटना में लगभग 400 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. बेहद गंभीर मामला होने के चलते दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने इनमें से 9 मामलों की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी है. क्राइम ब्रांच में उन्होंने एसआईटी का गठन करने के लिए कहा है जो इन सभी मामलों की जांच कर आरोप पत्र दाखिल करेगा. इसके साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी भी करेगा जो हिंसा में शामिल रहे हैं.
फेस रेगोनाइजेशन सिस्टम से होगी पहचान
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा फेस रेगोनाइजेशन सिस्टम द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी. ट्रैक्टर रैली हिंसा मामले में भी पुलिस कमिश्नर ने यह साफ किया है कि इस तकनीक का इस्तेमाल कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. इसके लिए दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज उठाने के साथ ही विभिन्न चैनलों से मिली फुटेज का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.