नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के मामले पिछले डेढ़ सप्ताह से लगातार बढ़ रहे हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो इस एक सप्ताह में कोरोना की रफ्तार दिल्ली में दोगुने से भी ज्यादा तेज हो चुकी है. अगर हम 30 मार्च से लेकर पांच अप्रैल तक एक सप्ताह में कोरोना की संक्रमण दर में आई तेजी की बात करें तो यह 26 प्रतिशत के पार हो चुकी है.
दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, 30 मार्च को दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 12.48 प्रतिशत थी. वहीं, जब सात मार्च को एक सप्ताह पूरा हुआ तो यह संक्रमण दर बढ़कर 26.54 प्रतिशत तक पहुंच गई. इन सात दिनों के अंदर सिर्फ एक दिन ही ऐसा रहा जब संक्रमण दर नहीं बढ़ी. जबकि, 31 मार्च का हेल्थ बुलेटिन दिल्ली सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया. इसलिए उस दिन के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. इसके अलावा प्रतिदिन संक्रमण दर में बढ़ोत्तरी हुई है. इस बीच नए मामले भी बढ़ने से सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़ी है.
नौ जिलों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलेः वहीं, अगर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली के 11 में से नौ जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक पहुंच चुकी है. इस वजह से इन जिलों में कोरोना के अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, दो जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक है. इसलिए इन जिलों में नए मामलों की संख्या कम रह रही है. यह रिपोर्ट 21 से 27 मार्च और 27 मार्च से दो अप्रैल तक दो सप्ताह के आंकड़ों के आधार पर जारी की गई है.
24 घंटे में मिले 606 नए पॉजिटिवः गुरुवार को कोरोना के 606 नए मरीज मिले, जबकि एक मरीज की मौत हो गई. हालांकि, सरकार की रिपोर्ट के अनुसार मौत का प्राथमिक कारण कोरोना का संक्रमण नहीं है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 340 मरीज ठीक हुए. जबकि संक्रमण दर करीब साढ़े नौ प्रतिशत घटकर 16.98 प्रतिशत पर आ गई. बुधवार को संक्रमण दर बढ़कर 26.54 प्रतिशत थी. 24 घंटे में 3569 लोगों ने कोरोना की जांच कराई. प्रतिदिन नए मामलों की संख्या बढ़ने से सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़कर 2060 हो गई है. इनमें से 1337 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. कोरोना संक्रमित कुल 117 मरीज और आठ कोरोना के संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. 49 मरीज आईसीयू, 32 ऑक्सीजन सपोर्ट पर और नौ मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. 124 मरीजों के अस्पतालों में भर्ती होने की वजह से कोरोना आरक्षित कुल सात हजार 986 बेड में से अब सात हजार 865 बेड खाली हैं.
होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे मरीजः डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद अभी अस्पतालों में बहुत कम संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं. अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं. इसलिए होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अब अस्पतालों में जांच कराने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, जिससे संक्रमण दर में बढ़ोत्तरी हो रही है. अभी अधिकतर सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग में 90 प्रतिशत सैंपल में एक्सबीबी.1.16 वेरिएंट ही मिल रहा है. यह वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं है. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.
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इस तरह बढ़ी कोरोना की रफ्तार
डेट | नए पॉजिटिव | संक्रमण दर |
पांच अप्रैल | 509 | 26.54% |
चार अप्रैल | 521 | 15.64% |
तीन अप्रैल | 293 | 18.53% |
दो अप्रैल | 429 | 16.09% |
एक अप्रैल | 416 | 14.37% |
30 मार्च | 295 | 12.48% |
जिला | 21 से 27 मार्च तक | 27 मार्च से दो अप्रैल तक |
दक्षिणी | 15.81% | 21.78% |
पूर्वी | 15.18% | 22.46% |
उत्तर-पूर्वी | 13.56% | 9.40% |
मध्य | 10.35% | 19.19% |
दक्षिण-पूर्वी | 10.18% | 17.65% |
पश्चिमी | 7.66% | 15.56% |
उत्तर-पश्चिमी | 7.46% | 15.98% |
नई दिल्ली | 7.43% | 13.00% |
शाहदरा | 5.83% | 10.37% |
उत्तरी | 4.38% | 13.15% |
दक्षिणी-पश्चिमी | 1.71% | 4.77% |