नई दिल्ली: कर्नाटक में कई दिनों से राजनीतिक उठापठक जारी है. ये पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा है. गुरुवार को विधानसभा का सत्र बुलाया गया था, जिसमें चर्चा की गई लेकिन बहुमत का परीक्षण नहीं किया गया. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता आशुतोष कुमार ने संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से बात की.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि कर्नाटक में संविधान की अवहेलना और संविधान के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. उनका कहना है कि सरकार को तुरंत अपना बहुमत विधानसभा में साबित करना चाहिए.
'जल्द साबित करें बहुमत'
सुभाष कश्यप ने बताया कि अगर उनके पक्ष में बहुमत है तो उनको फिर किस बात की दिक्कत है. उनको जल्द से जल्द विधानसभा में बहुमत साबित करना चाहिए और अस्थिरता की स्थिति को साफ करना चाहिए.
मामले को बताया राजनीति से प्रेरित
वहीं राजपाल के द्वारा मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी कि कल 1:30 बजे तक मुख्यमंत्री को अपनी सरकार का बहुमत विधानसभा में साबित करना होगा, इस पर सुभाष कश्यप का कहना है कि ये संवैधानिक है. राज्यपाल संवैधानिक रूप से मुख्यमंत्री को इस बारे में कह सकते हैं कि आप विधानसभा में बहुमत साबित कीजिए और इसमें कोई असंवैधानिक बात नहीं है.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि ये सब राजनीति को लेकर हो रहा है. वहां की सत्ता में बैठे लोग चाहते हैं कि उनकी सरकार बर्खास्त करें और फिर वो जनता के सामने विक्टिम बनकर जाएं और कहे कि हमको केंद्र सरकार ने बर्खास्त किया.