नई दिल्ली: कांग्रेस की तेजतर्रार नेत्री अलका लांबा ने आज ट्विटर के ब्लू टिक को छोड़ने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म का यूज करने वाले लोगों से 8 डॉलर जो कि भारतीय मुद्रा में 672 रुपये चार्ज करता है. ऐसे में अब मैं आज से ये रुपये जरूरतमंद लोगों को दूंगी.
सोशल मीडिया की बात की जाए, तो पिछले कुछ महीनों से सबसे ज्यादा चर्चा ट्विटर की हो रही है. इसके साथ ही सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म की भी है, जहां पर वेरिफिकेशन के ऐवज में आपसे अच्छी खासी रकम ले ली जाती है. कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आज ऐलान करते हुए लिखा है कि जो पैसा वह ट्विटर को प्रति महीने के हिसाब से देंगी, वही पैसा वो किसी वृद्धाश्रम, अनाथालय या किसी जरूरतमंद को देंगी. उनके इस फैसले की लोग जमकर तारीफ भी कर रहे हैं.
यह एक ऐसा मुद्दा भी है, जिस पर काफी दिनों से चर्चाओं का बाजार गर्म है, कि ट्विटर के ब्लू टिक वाले यूजर्स को प्रतिमाह 8 डॉलर यानी लगभग 672 रुपये प्रति महीने देना होता है. इसके अलावा मेटा कंपनी ने भी फेसबुक व इंस्टाग्राम पर वेरिफिकेशन के लिए तरह-तरह के नियम बना रखे हैं. जिसे पूरी तरह पालन करने के बाद ही यूजर्स को वेरिफिकेशन मिल पाता है. भारत में करोड़ों लोग ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म को यूज करते हैं. एलन मस्क द्वारा पिछले दिनों इन प्लेटफॉर्म को यूज़ करने वालों से एक राशि वसूलने का निर्णय लिया गया था. जिसकी काफी चर्चा भी हुई और लोगों ने आलोचना भी की.धीरे-धीरे लोग इस नियम के विरोध स्वरूप अपने अपने ब्लू टिक या वेरिफाइड अकाउंट को पैसे के बदले लेने से परहेज़ करते हुए नजर आ रहे.
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