वोटर लिस्ट से लोगों के नाम काटे जाने के मामले में आरोप है कि आम आदमी पार्टी द्वारा इसे लेकर जनता को कॉल और मैसेज भेज रही है. इसके खिलाफ एक कांग्रेसी डेलिगेशन ने सोमवार को मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की. इस डेलीगेशन में कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव के अलावा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मंगतराम सिंघल सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
'भ्रमित किया जा रहा है'
मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलने के बाद हारून यूसुफ ने मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने बताया की चुनाव आयोग से मांग की है कि ऐसे मिस रेटिंग कॉल्स मैसेजेस के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाए. इसके ज़रिए झुग्गी झोपड़ी वालों को भी भ्रमित किया जा रहा है.
'FIR दर्ज की जाए'
इस मुद्दे पर राजेश लिलोठिया कार्यकारी अध्यक्ष कांग्रेस ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. राजेश लिलोठिया ने कहा कि हमने यह भी मांग की है कि जनता को भ्रमित करने के लिए केजरीवाल के खिलाफ एफआईर दर्ज की जाए. कांग्रेस एक जिम्मेदार दल है, इसलिए हमने आज चुनाव आयुक्त से मिलकर लोकतंत्र के हित की बात कही.
'30 लाख नाम कटे'
गौरतलब है कि इस मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों से सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. पहले आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग 30 लाख लोगों का नाम भाजपा के इशारे पर मतदाता सूची से काट दिया है. उसके बाद भाजपा ने इसे लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि यह संवैधानिक संस्थाओं पर हमला करने जैसा है. आम आदमी पार्टी ने इसके बाद लोगों को कॉल्स-मैसेजेज करना शुरू किया. जिसमें कहा जा रहा है कि आपके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं, लेकिन भाजपा आपका नाम जुड़वाएगी.
AAP ने उठाए सवाल
भाजपा ने इसपर प्रतिरोध किया और इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की. इसपर आयोग ने इन कॉल्स मैसेजेज पर आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लिया और इन्हें मिसलिडिंग करार दिया. आम आदमी पार्टी ने इसे भी भाजपा के कहने पर चुनाव आयोग ऐसा कर रहा है. अब कांग्रेस भी इस मुद्दे में कूद गई है और इन सबके खिलाफ दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी के यहां शिकायत दर्ज कराई है.