नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम ने 250 से ज्यादा स्कूलों की स्थिति को ठीक करने का निर्णय लिया है. नगर निगम के 191 स्कूलों में प्राथमिक सुविधाओं को ठीक किया जाएगा. जबकि 61 स्कूलों को बड़े स्तर पर मरम्मत की जाएगी. उसकी पहचान कर इंजीनियरिंग विभाग के माध्यम से बड़े स्तर पर मरम्मत कार्य कराया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग ने दिल्ली सरकार से 200 करोड़ रुपए के फंड की जरूरत बताई है. फिलहाल निगम के स्कूलों की मरम्मत के लिए 20 करोड़ का फंड भी आवंटित कर दिया गया है.
स्कूलों में बड़े स्तर पर मरम्मत: बताया जा रहा है कि जिन स्कूलों में बड़े स्तर पर मरम्मत की जानी है उसमें मध्य जोन के मोलरबंद, ओखला उर्दू, जैतपुर, संगम विहार जी ब्लॉक, अली गांव जैसे स्कूल शामिल है. साथ ही 4 स्कूल दक्षिणी दिल्ली जोन के हैं. पांच स्कूल पश्चिमी जोन के हैं. इसी तरह अलग-अलग जॉन के स्कूलों की दशा और दिशा सुधारी जाएगी. नगर निगम के जो स्कूल अच्छी स्थिति में नहीं है, या फिर उन्हें पुनः बनाने की जरूरत है, या उसमें संसाधनों का विस्तार करने की आवश्यकता है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने दिल्ली सरकार से 200 करोड़ रुपए के फंड की जरूरत बताई है. फंड आने के बाद निगम इन स्कूलों को भी बनाने की प्रक्रिया शुरू करा देगा.
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सुधार के लिए प्रधानाचार्य को अधिकार: एमसीडी के अधिकारियों ने बताया कि हमे कैपिटल फंड में 35 करोड़ रूपए दिल्ली सरकार को इस वर्ष शिक्षा के मध्य से पहली किस्त के तौर पर मिले हैं. इसे देखते हुए इस फंड में स्कूलों की स्थिति सुधारने का निर्णय लिया है. 191 स्कूलों की स्थिति सुधारने की दिशा में कार्य शुरू किया है. जिसमें स्कूलों में शौचालय से लेकर ट्यूब लाइट, लाइट, पंखा, वाइटवॉश कराने की जरूरत है. इन स्कूलों की स्थिति में सुधार के लिए प्रधानाचार्य को अधिकार दिया गया है. बता दें कि दिल्ली नगर निगम अब तक 15 स्कूलों को सीएसआर के माध्यम से डिजिटल स्कूल में बदल चुका है.
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