नई दिल्ली: कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में तुर्की के मशहूर इस्लामिक स्कॉलर डॉक्टर फ़वाज़ सेज़्गीन के जीवन और योगदान पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन हो गया.
इस्लाम धर्म में योगदान के लिए श्रद्धांजलि
इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जेक्टिव स्टडीज के द्वारा 2 दिवसीय प्रोग्राम में सऊदी अरब, तुर्की और जर्मनी के प्रोफेसर के अलावा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया हमदर्द, मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी जोधपुर, आलिया यूनिवर्सिटी कोलकाता, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ईएफएल यूनिवर्सिटी हैदराबाद, मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और स्कॉलर्स ने अपने पेपर पढ़े और डॉक्टर सेज़्गीन की इस्लाम धर्म के लिए दिए गए योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.
14 भाषाओं में इस्लाम धर्म का प्रमोशन
प्रोग्राम के संयोजक डॉ. मोहम्मद मंजूर आलम ने बताया कि तुर्की के मशहूर इस्लामिक स्कॉलर डॉक्टर फ़वाज़ सेज़्गीन ने 14 भाषाओं में इस्लाम धर्म के प्रमोशन के लिए काफी काम किया है. उन्होंने साबित किया है कि इस्लाम धर्म आने के बाद साइंटिफिक और टेक्नोलॉजी पर काफी काम हुआ, उन्होंने बताया कि जो आज अमेरिका यूरोप और दूसरे मुल्कों में टेक्नोलॉजी पर काम हो रहा है वह सब डॉक्टर फ़वाज़ की देन है. साथ ही उन्होंने विज्ञान और संस्कृति में अपना बड़ा योगदान दिया है.