नई दिल्ली: दिल्ली की DTC की बसों में मार्शल के पदों पर तैनात सिविल डिफेंस के कर्मचारी सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. कल सिविल डिफेंस कर्मचारियों ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया था. एक दिन पहले ही सिविल डिफेंस कर्मचारियों को सचिवालय से हटा दिया गया था. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 6 से 7 महीना से हमें वेतन नहीं मिला है. हमारे घर का खर्चा नहीं चल रहा है. हम सड़क पर आ गए हैं. सरकार हमारी मांगें नहीं सुन रही है सिर्फ सरकार हमारे साथ राजनीति कर रही है और हमें लॉलीपॉप पकड़ा दिया जा रहा है.
इधर, सिविल डिफेंस कर्मचारियों को लेकर राजधानी दिल्ली में सियासत गरमाई हुई है. दिल्ली सरकार ने प्रदर्शन कर रहे सिविल डिफेंस कर्मचारियों को होमगार्ड बनाने की बात कही है. दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि जो सिविल डिफेंस कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. हमने उन लोग को एक प्रस्ताव भेजा है और हम इन्हें होमगार्ड की नियुक्ति देना चाहते हैं. प्रदर्शन कर रहे सिविल डिफेंस कर्मचारियों का कहना है कि होमगार्ड की बात कहकर सिर्फ हमारे साथ राजनीति हो रही है. अभी जो हमारा मुख्य मुद्दा है हमारा वेतन है, पहले हमें वेतन दिया जाए.
सिविल डिफेंस के कर्मचारियों ने की बकाया वेतन की मांगः ईटीवी भारत की टीम ने इस दौरान सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे सिविल डिफेंस के कर्मचारियों से बातचीत की तो मार्शल के पद पर तैनात आशु ने बताया कि, "पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से घर का गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है. उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने अभी जो कहा है कि हम होमगार्ड बनाने जा रहे हैं लेकिन हमें होमगार्ड नहीं बना है सिर्फ होमगार्ड बनाने के नाम पर हमारे साथ सियासत खेली जा रही है."
वहीं, विक्रम कुमार का कहना है कि जिस आंदोलन से अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने आज उसी आंदोलन से उन्हें चिढ़ हो रही है. सचिवालय के बाहर हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन दो दिन पहले ही हमें वहां से हटा दिया गया. फिर उसके बाद हम जंतर मंतर गए अब फिर से सचिवालय पर प्रदर्शन करेंगे हमारी मांग है कि हमारा जो पिछला वेतन है वह हमें दिया जाए और जो सरकार एक राजनीति चल रही है सियासत खेल रही है होमगार्ड बनाने के लिए हम होमगार्ड बनना नहीं चाहते."