नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को लेकर दिल्ली मेडिकल फोरम की तरफ से प्रेस वार्ता आयोजित की गई. और बढ़ते कोविड-19 संक्रमण और प्रदूषण के कॉकटेल से क्या बचाव है, और क्या कुछ सावधानियां लोगों को बरतने की आवश्यकता है. इसको लेकर जानकारी दी गई. सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर और लंग फाउंडेशन के फाउंडर डॉ अरविंद कुमार ने प्रेस वार्ता में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली की हवा दम घोटू हो रही है ऐसे में लोगों को बेहद संभलने की आवश्यकता है.
डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के अटैक को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने दीपावली पर पटाखे बेन किए जाने का फैसला बिल्कुल सही लिया है. ऐसे में हर किसी को इस फैसले का समर्थन करना चाहिए. और यदि कोई व्यक्ति पटाखे जलाता है तो सरकार को उस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. और तो और उन्होंने कहा कि यदि लोग प्रतिबंध के बाद भी पटाखे जलाते हुए पाए जाते हैं. तो उन पर 'अटेम्प्ट टू मर्डर' का चार्ज लगाया जाना चाहिए. क्योंकि वह पटाखे जलाकर हवा को दूषित कर रहे हैं और हर व्यक्ति की जान को खतरे में डाल रहे हैं.
त्योहारों पर रखें खास ध्यान
डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि हम सभी का प्रिय त्योहार दिवाली आ रहा है. लेकिन जान से ज्यादा प्यारा कोई त्योहार नहीं होना चाहिए. ऐसे में अपना और अपने परिवार का ध्यान रखते हुए कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंस का पालन करना, और हाथ धोना जैसे नियमों का पालन जरूर करें. अन्यथा ऐसा ना हो कि अगले साल त्योहार पर आप या आपके अपने साथ ना हो. क्योंकि त्योहार हर साल आएंगे लेकिन इस साल महामारी और प्रदूषण है इसीलिए सावधानी जरूर बरतें.
शाम 5:00 बजे से रात 9:00 बजे तक प्रदूषण की खतरनाक स्थिति
डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि मौजूदा समय में बीमारी और प्रदूषण हर किसी के लिए खतरनाक है. लेकिन लंग्स और हार्ट के मरीजों के लिए बेहद ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि उन्हें कई परेशानियां हो सकती हैं वहीं लंग और ज्यादा खराब हो सकते हैं यहां तक की डेथ के चांसेस बहुत ज्यादा है. इसीलिए खास ध्यान रखें घर के भीतर ही रहे. मास्क का इस्तेमाल करें. इसके आगे डॉक्टर ने बताया कि प्रदूषण का स्तर हमेशा खराब है लेकिन शाम को 5:00 बजे से रात 9:00 बजे तक बेहद खतरनाक स्थिति है. क्योंकि ऐसे में सड़कों पर बेहद ज्यादा वाहन होते हैं इसीलिए इस समय घर से ना निकले.
ऑड इवन जैसे फार्मूले से नहीं कम होगा प्रदूषण
इसके अलावा डॉ अरविंद ने दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के रोकथाम के लिए चलाए जाने वाले रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ, नियम समेत ऑड इवन वाले फार्मूले को केवल कुछ समय का शोर बताया. उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों से कुछ हद तक ही पोलूशन कम होता है. यह कोई परमानेंट सलूशन नहीं है. लेकिन यदि प्रदूषण को सच में कम करना है तो इसके लिए धुएं और धूल पर नियंत्रण करना बेहद आवश्यकता है. और इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा किसी एक व्यक्ति की भागीदारी से प्रदूषण कम नहीं होगा.