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केंद्र और दिल्ली सरकार राजधानी में प्रदूषण को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रही है: अरविंदर सिंह लवली

Delhi Pradesh Congress Committee: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा है कि केंद्र और दिल्ली सरकार राजधानी में प्रदूषण को नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रही हैं. विश्व में आज दिल्ली की पहचान दमघोंटू प्रदूषण वाले शहर के रूप में हो रही है. जबकि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में स्वच्छ पर्यावरण और ग्रीन सिटी का अवार्ड अमेरिका से मिला था.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 23, 2023, 9:17 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद केंद्र और दिल्ली सरकार राजधानी दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रही हैं. क्योंकि दोनो सरकारें प्रदूषण खत्म करने के लिए कदम उठाने के बजाय बारिश होने के भरोसे पर अधिक रहती हैं. उन्होंने कहा कि 22 नवम्बर को जारी सूची में दिल्ली विश्व के प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर रही है.

लवली ने कहा कि पिछले कई हफ्तों से वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है. फेफड़े, हृदय और आंखों की बीमारियां लोगों को परेशान कर रही हैं. जिसकी वजह से अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने जहरीली हवा को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को रोकने में निष्क्रियता के लिए सरकार को फटकार लगाई है. दिल्ली के लोग चुपचाप पीड़ा सह रहे हैं.

यह भी पढ़ें- गरीब विरोधी है भाजपा सरकार, कोर्ट के आदेशों को उल्लंघन कर झुग्गियों पर चलावाया बुलडोजरः संजीव झा

ग्रैप 4 हटने के बाबजूद ग्रैप 3 के नियमों का पालन करवाना सरकारों की जिम्मेदारी है. प्रदूषण का स्तर पिछले चार दिनों से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि डीजल वाहनों की एंट्री बंद रखने के साथ बीएस 3 और बीएस 4 गाड़ियों के 20 हजार रुपये का भारी भरकम चालान कर जनता को परेशान किया जा रहा है. जबकि सरकार ने ख़ुद इन वाहनो को प्रदूषण से पास कर रखा है.

उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन कार्यों पर अभी भी रोक के कारण मजदूर, श्रमिक व अन्य लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ रहा है. जिसके लिए केंद्र और दिल्ली सरकार बराबर की जिम्मेदार हैं. लवली ने कहा कि दमघोंटू प्रदूषण के कारण दिल्ली के अस्पतालों में मरीज की संख्या लगातार बढ़ रही है. सांस, दमा, फेफड़े की समस्या ग्रस्त मरीज को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार जनता को सलाह दे रही है परंतु प्रदूषण को पूरी तरह खत्म करने के लिए कारगर कदम नही उठा रही है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकारों ने अपनी जिम्मेदारी को कभी नही निभाया. दोनो दलों की आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के चलते दिल्ली गैस चैंबर बन गई है.

यह भी पढ़ें- सौरभ भारद्वाज ने ईडी की कार्रवाई पर उठाया सवाल, BJP बोली- केजरीवाल ईमानदार तो जवाब दें

नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद केंद्र और दिल्ली सरकार राजधानी दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल रही हैं. क्योंकि दोनो सरकारें प्रदूषण खत्म करने के लिए कदम उठाने के बजाय बारिश होने के भरोसे पर अधिक रहती हैं. उन्होंने कहा कि 22 नवम्बर को जारी सूची में दिल्ली विश्व के प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर रही है.

लवली ने कहा कि पिछले कई हफ्तों से वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है. फेफड़े, हृदय और आंखों की बीमारियां लोगों को परेशान कर रही हैं. जिसकी वजह से अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने जहरीली हवा को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को रोकने में निष्क्रियता के लिए सरकार को फटकार लगाई है. दिल्ली के लोग चुपचाप पीड़ा सह रहे हैं.

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ग्रैप 4 हटने के बाबजूद ग्रैप 3 के नियमों का पालन करवाना सरकारों की जिम्मेदारी है. प्रदूषण का स्तर पिछले चार दिनों से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि डीजल वाहनों की एंट्री बंद रखने के साथ बीएस 3 और बीएस 4 गाड़ियों के 20 हजार रुपये का भारी भरकम चालान कर जनता को परेशान किया जा रहा है. जबकि सरकार ने ख़ुद इन वाहनो को प्रदूषण से पास कर रखा है.

उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन कार्यों पर अभी भी रोक के कारण मजदूर, श्रमिक व अन्य लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ रहा है. जिसके लिए केंद्र और दिल्ली सरकार बराबर की जिम्मेदार हैं. लवली ने कहा कि दमघोंटू प्रदूषण के कारण दिल्ली के अस्पतालों में मरीज की संख्या लगातार बढ़ रही है. सांस, दमा, फेफड़े की समस्या ग्रस्त मरीज को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार जनता को सलाह दे रही है परंतु प्रदूषण को पूरी तरह खत्म करने के लिए कारगर कदम नही उठा रही है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकारों ने अपनी जिम्मेदारी को कभी नही निभाया. दोनो दलों की आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के चलते दिल्ली गैस चैंबर बन गई है.

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