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CBSE ने बढ़ाई बोर्ड परीक्षा की फीस, 24 गुना हुआ फीस में इजाफा - ईटीवी भारत

एससी/एसटी परीक्षा के परीक्षा शुल्क में लगभग 24 गुना इज़ाफ़ा किया गया है. जिसके तहत अब एससी/एसटी छात्रों को 50 रुपये की जगह 1200 रुपये का भुगतान करना होगा. पहले एससी/एसटी कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले छात्रों के लिए 350 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था.

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Published : Aug 12, 2019, 7:18 AM IST

नई दिल्ली: CBSE ने 10वीं और 12वीं का परीक्षा शुल्क कई गुना बढ़ा दिया है. जहां पहले बोर्ड की परीक्षा के लिए 10वीं और12वीं के छात्रों को पांच विषय के लिए 750 रुपये का भुगतान करना होता था. वहीं अब उन्हें इसका दोगुना 1500 रुपये चुकाना होगा. हालांकि पूर्ण रूप से दृष्टिबाधित छात्रों को परीक्षा शुल्क में शत-प्रतिशत छूट दी गई है. सामान्य वर्ग के छात्रों को पिछले सालों से दोगुनी फीस चुकानी पड़ेगी जिसके तहत प्रति विषय शुल्क 150 से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया है.

CBSE ने बढ़ाई 10वीं और12वीं की परीक्षा फीस

24 गुना हुआ फीस में इजाफा
इसके अलावा एससी/एसटी परीक्षा के परीक्षा शुल्क में लगभग 24 गुना इज़ाफ़ा किया गया है. जिसके तहत अब एससी/एसटी छात्रों को 50 रुपये की जगह 1200 रुपये का भुगतान करना होगा. पहले एससी/एसटी कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले छात्रों के लिए 350 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था. जिसमें से छात्रों को केवल 50 रुपये ही देने होते थे, बाकी 300 रुपये का शुल्क दिल्ली सरकार वहन करती थी.

विदेश में पड़ने वाले छात्रों की भी फीस बढ़ी
इसके अलावा विदेश में स्थित CBSE स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की भी फीस में इजाफा हुआ है. जिसके तहत पांच विषयों के बोर्ड परीक्षा शुल्क में छात्रों को 10000 का शुल्क देना होगा जबकि पहले यह राशि 5000 रुपये थी. छात्रों को अतिरिक्त विषय के लिए 2000 रुपये का शुल्क देना होगा जबकि पहले उन्हें 1000 रुपये ही देने होते थे.

लेट फाइन और माइग्रेशन चार्ज में भी इजाफा
परीक्षा शुल्क के साथ साथ लेट फाइन और माइग्रेशन चार्ज में भी इजाफा किया गया है. जिसके तहत लेट फाइन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2000 कर दिया गया है जबकि माइग्रेशन फीस 150 से बढ़ाकर 350 कर दी गई है.

पिछले 5 सालों से नहीं बढ़ी थी फीस
वहीं फीस में हुई हुए इस बढ़ोतरी को लेकर CBSE ने कहा कि पिछले 5 सालों से CBSE ने परीक्षा शुल्क में कोई इजाफा नहीं किया था इसलिए इस साल शुल्क बढ़ाया गया है. साथ ही कहा कि ऐसा नहीं है कि फीस केवल दिल्ली के छात्रों के लिए ही बढ़ी है बल्कि भारत भर के CBSE स्कूलों की फीस बढ़ाई गई है.

नई दिल्ली: CBSE ने 10वीं और 12वीं का परीक्षा शुल्क कई गुना बढ़ा दिया है. जहां पहले बोर्ड की परीक्षा के लिए 10वीं और12वीं के छात्रों को पांच विषय के लिए 750 रुपये का भुगतान करना होता था. वहीं अब उन्हें इसका दोगुना 1500 रुपये चुकाना होगा. हालांकि पूर्ण रूप से दृष्टिबाधित छात्रों को परीक्षा शुल्क में शत-प्रतिशत छूट दी गई है. सामान्य वर्ग के छात्रों को पिछले सालों से दोगुनी फीस चुकानी पड़ेगी जिसके तहत प्रति विषय शुल्क 150 से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया है.

CBSE ने बढ़ाई 10वीं और12वीं की परीक्षा फीस

24 गुना हुआ फीस में इजाफा
इसके अलावा एससी/एसटी परीक्षा के परीक्षा शुल्क में लगभग 24 गुना इज़ाफ़ा किया गया है. जिसके तहत अब एससी/एसटी छात्रों को 50 रुपये की जगह 1200 रुपये का भुगतान करना होगा. पहले एससी/एसटी कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले छात्रों के लिए 350 रुपये का परीक्षा शुल्क निर्धारित था. जिसमें से छात्रों को केवल 50 रुपये ही देने होते थे, बाकी 300 रुपये का शुल्क दिल्ली सरकार वहन करती थी.

विदेश में पड़ने वाले छात्रों की भी फीस बढ़ी
इसके अलावा विदेश में स्थित CBSE स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की भी फीस में इजाफा हुआ है. जिसके तहत पांच विषयों के बोर्ड परीक्षा शुल्क में छात्रों को 10000 का शुल्क देना होगा जबकि पहले यह राशि 5000 रुपये थी. छात्रों को अतिरिक्त विषय के लिए 2000 रुपये का शुल्क देना होगा जबकि पहले उन्हें 1000 रुपये ही देने होते थे.

लेट फाइन और माइग्रेशन चार्ज में भी इजाफा
परीक्षा शुल्क के साथ साथ लेट फाइन और माइग्रेशन चार्ज में भी इजाफा किया गया है. जिसके तहत लेट फाइन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2000 कर दिया गया है जबकि माइग्रेशन फीस 150 से बढ़ाकर 350 कर दी गई है.

पिछले 5 सालों से नहीं बढ़ी थी फीस
वहीं फीस में हुई हुए इस बढ़ोतरी को लेकर CBSE ने कहा कि पिछले 5 सालों से CBSE ने परीक्षा शुल्क में कोई इजाफा नहीं किया था इसलिए इस साल शुल्क बढ़ाया गया है. साथ ही कहा कि ऐसा नहीं है कि फीस केवल दिल्ली के छात्रों के लिए ही बढ़ी है बल्कि भारत भर के CBSE स्कूलों की फीस बढ़ाई गई है.

Intro:नई दिल्ली ।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं का परीक्षा शुल्क कई गुना बढ़ा दिया है. जहां पहले बोर्ड की परीक्षा के लिए 10वीं और 12वीं के छात्रों को पांच विषय के लिए 750 रुपए का भुगतान करना होता था वहीं अब उन्हें इसका दुगना यानी 1500 रुपए का शुल्क चुकाना होगा. इसके अलावा एससी/एसटी परीक्षा के परीक्षा शुल्क में लगभग 24 गुना इज़ाफ़ा किया गया है जिसके तहत अब एससी/एसटी छात्रों को 50 रुपए की जगह 1200 रुपए का भुगतान करना होगा. वहीं लेट फाइन भी 1000 से बढ़ाकर 2000 कर दिया गया है.



Body:बता दें कि सीबीएसई द्वारा 10वीं और 12वीं का परीक्षा शुल्क बढ़ा दिया है. सामन्य वर्ग के छात्रों को गत वर्ष से दुगनी फीस चुकानी पड़ेगी जिसके तहत प्रति विषय शुल्क 150 से बढ़ाकर 300 रुपए कर दिया गया है जिसके तहत पांच विषयों के लिए परीक्षा शुल्क 1500 रुपए देने होंगे जबकि गत वर्ष 750 रुपए दिए जाते थे. वही एससी/एसटी कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले छात्रों को भी परीक्षा शुल्क में बड़ा झटका मिला है. ज्ञात हो कि एससी/एसटी कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले छात्रों के लिए 350 रुपए का परीक्षा शुल्क निर्धारित था जिसमें से छात्रों को केवल 50 रुपए ही देने होते थे बाकी 300 रुपए का शुल्क दिल्ली सरकार वहन करती थी. वहीं सीबीएसई द्वारा परीक्षा शुल्क में की गई जांच के बाद एससी/एसटी छात्रों को 24 गुना अधिक शुल्क यानी 1200 रुपए का भुगतान करना होगा. इसके अलावा विदेश में स्थित सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की भी फीस में इजाफा हुआ है जिसके तहत पांच विषयों के बोर्ड परीक्षा शुल्क में छात्रों को 10000 का शुल्क देना होगा जबकि पहले यह राशि 5000 रुपए की थी. वहीं अतिरिक्त विषय के शुल्क की बात करें तो 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अतिरिक्त विषय के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को 150 की जगह 300 रुपए का शुल्क देना होगा. साथ ही एससी-एसटी के छात्रों को भी 300 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा. वहीं विदेश में सीबीएसई स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को अतिरिक्त विषय के लिए 2000 रुपए का शुल्क देना होगा जबकि पहले उन्हें 1000 रुपए ही देने होते थे. परीक्षा शुल्क के साथ साथ लेट फाइन और माइग्रेशन चार्ज में भी इजाफा किया गया है जिसके तहत लेट फाइन को 1000 रुपए से बढ़ाकर 2000 कर दिया गया है जबकि माइग्रेशन फीस 150 से बढ़ाकर 350 कर दी गई है. हालांकि पूर्ण रूप से दृष्टिबाधित छात्रों को परीक्षा शुल्क में शत प्रतिशत की छूट दी गई है.

वहीं फीस में हुई हुए इस बढ़ोतरी को लेकर सीबीएसई ने कहा कि गत 5 वर्षों से सीबीएसई ने परीक्षा शुल्क में कोई इजाफा नहीं किया था इसलिए इस वर्ष शुल्क बढ़ाया गया है. साथ ही कहा कि ऐसा नहीं है कि फीस केवल दिल्ली के छात्रों के लिए ही बढ़ी है बल्कि भारत भर के सीबीएसई स्कूलों की फीस बढ़ाई गई है.


Conclusion:ज्ञात हो कि जून में 10वीं और 12वीं में 90 फ़ीसदी अंक लाने वाले छात्रों को सम्मानित करते हुए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आश्वासन दिया था कि 10वीं और 12वीं के छात्रों को परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा. वहीं सीबीएसई द्वारा बढ़ाए गए परीक्षा शुल्क को लेकर छात्रों को उम्मीद है कि शिक्षा मंत्री अपने वादे को जल्दी ही पूरा करेंगे और बढ़ी हुई फीस से उन्हें राहत मिल सकेगी.
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