नई दिल्ली: दिल्ली में जल्द 100 विश्व स्तरीय ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे. इन स्टेशनों में प्रति यूनिट चार्जिंग लागत दुनिया में सबसे कम होगी. केजरीवाल सरकार की इस महत्वकांक्षी परियोजना के तहत दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों, बस डिपो आदि पर 100 विश्व स्तरीय ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे. गुरुवार को बिजली मंत्री आतिशी ने बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की.
इस दौरान आतिशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली विभाग और डीटीएल सक्रियता के चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के सभी मुद्दों को तुरंत हल करें और अप्रैल के अंत तक 50 तथा जुलाई के अंत तक सभी 100 ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाकर तैयार करें. उन्होंने निर्देश दिए कि ईवी चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण में तेजी लाएं और टाइमलाइन का पालन करते हुए काम पूरा किया जाए.
शहर के हर हिस्से में शानदार व्यवस्थाः उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के प्रयासों से दिल्ली पिछले कुछ सालों में देश के इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) कैपिटल के रूप में उभरी है. इस प्रोजेक्ट के साथ शहर के हर हिस्से में शानदार और सुलभ ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होगा. जहां प्रति यूनिट चार्जिंग की लागत देश ही नहीं दुनिया में सबसे कम होगी और लोगों को ईवी चार्जिंग के लिए प्रति यूनिट 3 रुपए से भी कम खर्च करने होंगे.
दिल्ली भारत की ईवी क्रांति का नेतृत्व कर रही हैः बिजली मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली भारत की ईवी क्रांति का नेतृत्व कर रही है. दिसम्बर 2022 में राजधानी में बिकने वाले कुल वाहनों में 16.7% इलेक्ट्रिक वाहन थे, जो देश में सर्वाधिक है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब जब लोगों के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है तो जरूरत को देखते हुए हम राजधानी में 100 ईवी चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण कर रहे हैं. ताकि लोगों को शहर भर में अपने आस-पास चार्जिंग स्टेशन मिल जाए और उन्हें चार्जिंग को लेकर किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े.
बता दें, केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली में स्थापित किए जा रहे सभी चार्जिंग स्टेशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर आधारित है. इसके लिए पिछले साल सरकार ने इस क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा टेंडर किया था. इन ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर वाहनों को चार्ज करने में आने वाली लागत पूरी दुनिया में सबसे कम है.