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प्रदूषण सेस के पैसे का उपयोग नहीं करने पर केजरीवाल सरकार पर बीजेपी ने साधा निशाना - कमर्शियल वाहनों से एकत्र लगभग 710 करोड़

दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार पर प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं करने को लेकर घेरा है. उनका कहना है कि कमर्शियल वाहनों से एकत्र लगभग 710 करोड़ से अधिक रुपए व्यर्थ पड़े हैं. अगर केजरीवाल में प्रदूषण से लड़ने को लेकर विजन होता तो वो इस रकम का उपयोग कर दिल्लीवासियों को राहत पहुंचा सकते थे.

" प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं "
" प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं "
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 14, 2023, 4:27 PM IST

" प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं "

नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बीजेपी लगातार AAP सरकार और अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमलावर है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा का कहना है कि यह खेद का विषय है कि आज जब दिल्ली वाले प्रदूषण से जूझ रहे हैं तब पर्यावरण सेस से जुटाया गया 710 करोड़ से अधिक रुपया यूं ही व्यर्थ पड़ा है.

सचदेवा का कहना है कि प्रदूषण सेस के मद से जुलाई 2023 तक जो 1481 करोड़ रुपए आए उसमें से एक रुपए भी प्रदूषण के किसी सीधे कारण पर खर्च नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट के दबाव में 781 करोड़ रुपए रैपिड रेल प्रोजेक्ट में दिल्ली सरकार के अंश के रूप में सहयोग किया.

ये भी पढ़ें :Delhi Air Pollution: दिवाली पर पटाखों ने बिगाड़ी दिल्ली की हवा, 366 पर पहुंचा AQI

केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो खर्च सकती थी रकमः उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो इसी पैसे से दिल्ली की टूटी बदहाल सड़कों को सुधार सकती थी. सड़क किनारे पेड़ पौधे लगा सकती थी, जिससे धूल प्रदूषण कम होता और दिल्ली वासियों को थोड़ी राहत मिल सकती थी.


प्रदूषण के कारणों को रोकने में खर्च कर सकती थी सेस की रकमः सचदेवा ने कहा कि यदि केजरीवाल सरकार चाहती तो यह रुपए पंजाब सरकार के माध्यम से राज्य के किसानों को देकर पराली खरीद कर उसका जलना और प्रदूषण के एक बड़े कारण को रोक सकती थी. दिल्ली सरकार चाहती तो इसी रुपए से कृत्रिम बारिश भी करवा कर कुछ राहत दे सकती थी.

ये भी पढ़ें :Delhi Pollution: AQI 450 से अधिक होने पर दिल्ली में लागू होगा ऑड इवन, कृत्रिम वर्षा पर भी फैसला संभव

" प्रदूषण सेस की रकम का उपयोग नहीं "

नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बीजेपी लगातार AAP सरकार और अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमलावर है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा का कहना है कि यह खेद का विषय है कि आज जब दिल्ली वाले प्रदूषण से जूझ रहे हैं तब पर्यावरण सेस से जुटाया गया 710 करोड़ से अधिक रुपया यूं ही व्यर्थ पड़ा है.

सचदेवा का कहना है कि प्रदूषण सेस के मद से जुलाई 2023 तक जो 1481 करोड़ रुपए आए उसमें से एक रुपए भी प्रदूषण के किसी सीधे कारण पर खर्च नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट के दबाव में 781 करोड़ रुपए रैपिड रेल प्रोजेक्ट में दिल्ली सरकार के अंश के रूप में सहयोग किया.

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केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो खर्च सकती थी रकमः उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार अगर विजन से काम लेती तो इसी पैसे से दिल्ली की टूटी बदहाल सड़कों को सुधार सकती थी. सड़क किनारे पेड़ पौधे लगा सकती थी, जिससे धूल प्रदूषण कम होता और दिल्ली वासियों को थोड़ी राहत मिल सकती थी.


प्रदूषण के कारणों को रोकने में खर्च कर सकती थी सेस की रकमः सचदेवा ने कहा कि यदि केजरीवाल सरकार चाहती तो यह रुपए पंजाब सरकार के माध्यम से राज्य के किसानों को देकर पराली खरीद कर उसका जलना और प्रदूषण के एक बड़े कारण को रोक सकती थी. दिल्ली सरकार चाहती तो इसी रुपए से कृत्रिम बारिश भी करवा कर कुछ राहत दे सकती थी.

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