नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी जारी है. अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिवाली पर पटाखा जलाने के प्रतिबंध का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जो पटाखे प्रदूषण फैलाते हैं, उनकी बिक्री और भंडारण पर अवश्य रोक लगाई जाए, लेकिन ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर साल एकतरफा रोक के कारण न सिर्फ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती है, बल्कि इससे जुड़ी व्यापारिक गतिविधियां ठप होने से लाखों लोगों को नुकसान होता है.
केजरीवाल सरकार पर तंज: बीजपी नेता ने कहा कि सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए अपनी जिम्मेदारी को नहीं भूलना चाहिए. हर साल दीवाली के आसपास प्रदूषण बढ़ जाता है, क्योंकि सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाने में नाकाम है. दीवाली के आसपास का दबाव वाला मौसम धुएं और धूल की लेयर को ऊपर नहीं जाने देता. पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुलभ न होने के कारण लोग अपनी गाड़ियां चलाते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ता है. नौ सालों में केजरीवाल सरकार पराली की समस्या सुलझाने के लिए कोई व्यावहारिक कदम नहीं उठा पाई. बारिश से प्रदूषण कम होता है तो सरकार अपनी पीठ थपथपा लेती है.
दिल्ली के सौंदर्यीकरण पर केजरीवाल को घेरा: वहीं, वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पिछले 9 वर्षों के दौरान केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में कोई विकास कार्य नहीं किया. एमसीडी को वित्तीय रूप से पंगु बनाकर उसके कामकाज को भी विफल कर दिया. वहीं, प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और दिल्ली सरकार ने जी-20 को लेकर जो सौंदर्यकरण का कार्य किया है उसमें सिर्फ 51 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. जबकि केंद्र सरकार 4044 करोड़ रुपए खर्च की है. केजरीवाल सरकार बेशर्मी से जी-20 की व्यवस्थाओं का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है, जबकि शहर की व्यवस्थाओं को वास्तविक श्रेय उपराज्यपाल को जाता है.
मेयर ग्राउंड से हो गए थे गायब: जी20 समारोह का समापन हो चुका है. इस आयोजन की सफलता का श्रेय मेयर शैली ओबराय ने दिल्ली सरकार को दिया गया. साथ ही मेयर ने कहा कि जी-20 में निगम के कर्मचारियों का अभुतपूर्व योगदान रहा है. वहीं, इस दावे पर विपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार व उपराज्यपाल की मदद से यह आयोजन सफल हुआ है. उस समय मेयर और उनके सभी नेता ग्राउंड से गायब हो गए थे, आज जब श्रेय लेना है तब आगे आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इसके सफल आयोजन के बाद पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है.
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