नई दिल्ली: बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस द्वारा चुनाव समिति में जगदीश टाइटलर को जगह दिए जाने को लेकर कड़ा विरोध प्रकट करते हुए कांग्रेस को एक सिख विरोधी पार्टी करार दिया है. सिखों के हत्यारों को गले लगाने और संरक्षण देने वाली पार्टी का सच सामने आया है. वहीं पूरे मामले पर सिरसा ने अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा और कहा कि जो मुख्यमंत्री 84 के सिख कत्लेआम में शामिल आरोपियों को सजा दिलाने की बात करते थे, आज इनके मुंह में फेविकोल जम गया है.
राजधानी दिल्ली में एमसीडी चुनाव को लेकर सियासी माहौल पूरे तरीके से गरमाया हुआ है. इस बार एमसीडी के चुनाव में मुकाबले के तौर पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच में माना जा रहा है. वहीं दिल्ली के राजनीतिक गलियारे में हाशिए पर पहुंच चुकी कांग्रेस इस बार के एमसीडी चुनाव में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए एमसीडी के चुनाव में पूरा जोर आजमा रही है.
बीजेपी के सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के ऊपर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा (Main accused of Sikh riots) कि कांग्रेस दिल्ली एमसीडी चुनाव समिति में 1984 सिख दंगों के मुख्य आरोपियों में से एक जगदीश टाइटलर को शामिल किया गया है. इस पर उन्होंने कांग्रेस को ना सिर्फ जमकर खरी खोटी सुनाई बल्कि कई गंभीर आरोप भी लगाए. मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि 1984 में हुए सिख दंगों के अंदर सिखों का कत्लेआम करने वाले लोगों को कांग्रेस के द्वारा मंत्री पद से नवाजा गया और बड़ी जिम्मेदारियां दी गई. 2005 में नानावती कमीशन के द्वारा जो रिपोर्ट दी गई थी. उस रिपोर्ट की चर्चा संसद में हुई थी, जिसको लेकर मनमोहन सिंह को माफी भी मांगनी पड़ी थी. जिसके बाद विपक्ष के दबाव के चलते कांग्रेस को जगदीश टाइटलर से इस्तीफा देना पड़ा था. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 84 में सिखों का गला काटने वालों को कांग्रेस में सोनिया गांधी ने गले लगाया था.
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इस मामले पर मनजिंदर सिंह सिरसा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा भी इस पूरे मामले को लेकर कोई विरोध या कड़ी प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है. जबकि यह सब को उम्मीद थी कि अरविंद केजरीवाल सिखों के साथ खड़े होंगे. पंजाब में सिखों के वोट से 92 सीट जीतने वाली पार्टी के मुंह में फेविकोल चला गया और वह इस पूरे मामले पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. 1984 के दंगों में सिखों का कत्ल करने वाले आरोपियों को अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में सजा दिलाने की शपथ ली थी लेकिन उसको लेकर कुछ नहीं किया गया.
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