नई दिल्ली: राजधानी के कंझावला में हुई दर्दनाक घटना पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुख (Arvind Kejriwal expressed grief) जताया है. उन्होंने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं बरती जाएगी. यह जघन्य अपराध है और इसके लिए संविधान प्रदत्त सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
दरअसल राजघाट में 50 इलेक्ट्रिक बसों को रवाना करने के अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, बहुत दुख होता है ऐसी घटनाओं को देखकर. मैं अभी भी समझ नहीं पाया हूं कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है. गंभीर और बेहद विभत्स घटना पर हम परिजनों के साथ हैं. बॉडी का पोस्टमार्टम हो रहा है और मैं खुद ही परिवार के साथ संपर्क में हूं. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कोई कितना भी रसूखदार क्यों ना हो किसी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी.
उधर दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि कंझावला इलाके में एक लड़की को मौत के घाट उतारा गया. 22 बार पीसीआर कॉल हुई, लेकिन मौके पर दिल्ली पुलिस नहीं पहुंची. जब आखिरी बार कॉल आया कि एक लड़की की नग्न अवस्था में लाश मिली तो लाश को बरामद करने के लिए दिल्ली पुलिस पहुंच जाती है. यह है दिल्ली पुलिस की कार्यशैली. यहीं नहीं लड़की की मौत के जिम्मेदार जो आरोपी हैं वह अपने बचाव में जो पक्ष दे रहे हैं, वही बयान डीसीपी हरेंद्र कुमार अपने वर्जन में दे रहे हैं. इससे बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती हैं.
आप विधायक ने आगे कहा, दिल्ली पुलिस के डीसीपी पत्रकारों को धमका रहे हैं और ट्वीट डिलीट करवा रहे हैं. इतना ही नहीं, वे उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी भी दे रहे हैं. हो सकता है कि उस लड़की के साथ बलात्कार हुआ हो. उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है तो डीसीपी हरेंद्र कुमार मुझे गिरफ्तार करें. साथ ही इस दर्दनाक घटना के बाद एलजी पर भी उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि शर्म आती है कि दिल्ली को ऐसा घटिया एलजी मिला है. अगर वह एलजी होते तो अब तक डीसीपी की वर्दी उतार दी गई होती. लेकिन घटना में भाजपा नेता का नाम सामने आने के बाद एलजी कह रहे हैं कि उनका सिर शर्म से झुक गया है. सौरभ ने कहा कि साल 2023 की शुरुआत दिल्ली के अंदर एक बहुत दुखद घटना से हुई है. जिस दिन दुनियाभर में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था.
उन्होंने आगे कहा, 31 दिसंबर के मौके पर पर आधी रात और उसके बाद तक सड़कों पर लोग मौजूद होते हैं और जगह जगह पुलिस का बैरिकेड लगाना और लोगों की शिनाख्त करना एक सामान्य प्रोटोकाल है. दिल्ली पुलिस को रात को करीब 3 बजकर 22 मिनट पर एक दुकानदार जो हलवाई का काम करता है, वो फोन कर बताता है की एक कार जा रही है जिसके नीचे नग्न अवस्था में एक लड़की फंसी है. उसने यह भी बताया कि गाड़ी 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है. इसे आप जल्दी देखें.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली पुलिस को हलवाई ने 22 बार फोन किया था. और तो और हलवाई ने उस गाड़ी का खुद भी पीछा किया. आरोपियों की गाड़ी उसी इलाके में बार बार यूटर्न लेकर घूमती है लेकिन पुलिस उन्हें रंगो हाथ नहीं पकड़ पाई. लगभग 4 बजकर 11 मिनट पर जब कॉल गई कि एक लड़की की लाश नग्न अवस्था में पड़ी है तो पुलिस उस लाश को बरामद करने के लिए पहुंची.
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बीजेपी के नेता हैं शामिल: आप विधायक ने भाजपा और एलजी पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने इस घटना में आरोपियों के खिलाफ हुई एफआईआर का जिक्र करते हुए कहा कि एफआईआर में 304 ए दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए सबसे हल्की धारा लगाई है, जिसकी बेल थाने से ही हो जाती है और कोर्ट जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने इलाके के एसएचओ और डीसीपी को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने एक फोटो और वीडियो के माध्यम से भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सुल्तानपुरी पुलिस थाने में अभी आरोपी बंद है और थाने के बाहर आरोपी मनोज मित्तल का पोस्टर लगा हुआ है. यह आरोपी भाजपा का मंडल सह संयोजक है. इसके लिए आरोपियों की कॉल डिटेल निकाली जानी चाहिए क्योंकि घटना के दौरान भाजपा के बड़े नेता भी आरोपी के संपंर्क में थे.
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