नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए बंद हुए दरवाजे आज से एक बार फिर खुलने जा रहे हैं. डीयू के कई कॉलेजों में साइंस कोर्सेज समेत कुछ लैंंग्वेंज कोर्स में करीब चार हजार सीटें अब भी खाली हैं. ऐसे में डीयू प्रशासन इन सीटों को भरने के लिए सोमवार से स्पेशल स्पॉट राउंड शुरू किया (application process for vacant seats in DU started) है. इसके लिए खाली सीटों की जानकारी 18 दिसंबर शाम पांच बजे प्रदर्शित की गई. खाली सीटोंं पर दाखिले के लिए आवेदक 19 से 20 दिसंबर तक आवेदन कर सकेंगे. इस राउंड में छात्रों को दाखिला वापस लेने व अपग्रेड करने का अवसर नहीं मिलेगा. वहीं इस राउंड में केेवल उन्हीं छात्रों को दाखिले का अवसर मिलेगा जिनका दाखिला अब तक किसी कॉलेज में नहीं हुआ है.
दरअसल, बीते दिनों पहले डीयू के कुलसचिव विकास गुप्ता ने बताया था कि कुछ कॉलेज में अभी भी स्नातक की सीट खाली है. इसे भरने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय ने कुछ शॉर्टलिस्टेड कॉलेजों के लिए स्पेशल स्पॉट राउंड के तहत अपने स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि, उम्मीदवार स्पेशल स्पॉट एडमिशन राउंड के लिए 19 दिसंबर को सुबह 10 बजे से 20 दिसंबर की रात 11 बजकर 59 मिनट तक आवेदन कर सकते हैं. इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार डीयू की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं.
इन तिथियों का ध्यान रखें छात्र: डीयू की ओर से स्पेशल स्पॉट एडमिशन राउंड सीट के लिए आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पहली लिस्ट 22 दिसंबर को सुबह 10 बजे जारी की जाएगी. छात्र 23 दिसंबर तक दाखिला पूर्ण करने के लिए अपनी स्वीकृति दे सकते हैं. बताते चले की स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए छात्रों के पास यह आखरी मौका होगा.
आरक्षित वर्गों की सभी खाली पड़ी सीटें भरने की मांग: दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों में खाली पड़ी आरक्षित वर्गों की सीटों को देखते हुए व फोरम ने पत्र लिखकर मांग की थी, उसी के आधार पर स्पेशल स्पॉट राउंड के माध्यम से आखिरी मौका दिया गया है. इसलिए उन्होंने छात्रों से अपील की है कि सीटों की उपलब्धता को देखते हुए इस राउंड में पहले अपनी सीट को सिक्योर करें. उन्होंने आरक्षित वर्गों के छात्रों से कहा है कि वे कॉलेज को प्राथमिकता न दें. यदि उन्हें उनका मनचाहा विषय मिल रहा है तो इस राउंड में उन्हें सीट अवश्य लेनी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि, विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया है कि यदि छात्र सीट स्वीकार नहीं करेगा तो उसका एडमिशन नहीं होगा. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह व कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता से मांग की है कि पहले कॉलेजों से विज्ञान, वाणिज्य व मानविकी विषयों के विषयवार आंकड़े मंगवाए जाएं. साथ ही प्रिंसिपल को खाली पड़ी सीटों का ब्यौरा वेबसाइट पर डिस्प्ले करने संबंधी सर्कुलर जारी करे वरना फिर आरक्षित वर्गों की सीटें खाली रह जाएगी.डॉ. हंसराज ने कहा कि हर साल आरक्षित वर्गों की सीटें ही खाली क्यों रहती हैं? उनका कहना है कि सीयूईटी के माध्यम से एडमिशन में देरी के कारण छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई है और इसके लिए उन्होंने कुलपति से आरक्षित वर्गों की सभी खाली पड़ी सीटें भरने की मांग की है.