नई दिल्ली: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित तैयारियों के लिए प्रगति कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के लिए गठित जिला निगरानी समितियों के प्रमुखों की बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में मुख्य सचिव, एनडीएमसी के चेयरमैन, डीडीए के वाइस चेयरमैन, पीडब्ल्यूडी के प्रधान सचिव, पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य सिविक एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे.
हाल ही में बारिश और बाढ़ के कारण राजधानी में चल रहे विकास कार्य बाधित हुए हैं. जो काम पहले पूरा हो चुके थे उन कामों को भी भारी नुकसान हुआ है. रिंग रोड और समाधि कॉम्पलेक्स वाले इलाकों में खासा नुकसान हुआ है. इनके मद्देनजर नए सिरे से प्रगति कार्यों का जायजा लेने और सभी एजेंसियों में समन्वय स्थापित करने के लिए एलजी ने बैठक की. जिला निगरानी समितियों में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी कॉर्डिनेटर के रूप में शामिल होते हैं. इसके अलावा संबंधित डीएम, डीसीपी, एमसीडी के डीसी एनडीएमसी के सचिव और डीडीए के चीफ इंजीनियर शामिल हैं. इन समितियों को अपने-अपने क्षेत्रों में कमियों का विश्लेषण उन्हें पूरा करने के लिए बनाया गया था और इन्हें संबंधित विभाग की मदद से इन कमियों को दूर करने का अधिकार दिया गया था.
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए मुख्य कार्यक्रम स्थल आईटीपीओ के अलावा 61 महत्वपूर्ण सड़कों और 23 होटलों के आसपास सौंदर्यीकरण, सुधार और रखरखाव की निगरानी एलजी कर रहे हैं. इन स्थलों में 36 सड़कें और 17 होटल नई दिल्ली जिले में स्थित हैं. जबकि दक्षिण-पश्चिम जिले में 2 सड़कें और होटल हैं. ऐसी परियोजनाएं नई दिल्ली, दक्षिण पूर्व, दक्षिण, शाहदरा, दक्षिण पश्चिम और पूर्व जिले में चल रही हैं. उत्तर, पश्चिम और उत्तर पूर्व जिले में भी इस तरह की कुछ परियोजनाओं की पहचान की गई हैं. बैठक में एलजी ने विभिन्न निगरानी समितियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सभी साइटों का सुबह और देर शाम दौरा कर रोजाना के आधार पर निरीक्षण और निगरानी करें.
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