नई दिल्ली: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी नजर नहीं आएगी. केंद्र ने दिल्ली सरकार की तरफ से झांकी के लिए भेजे गए प्रस्ताव को अनुमति नहीं दी है. इसको लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल से घबरा गई है. वह नहीं चाहती कि परेड में दिल्ली सरकार के शिक्षा और स्वस्थ मॉडल को झांकियों में देखा जाए.
वहीं, इस मामले पर दिल्ली बीजेपी की सचिव बांसुरी स्वराज ने कहा कि परेड में दिल्ली और पंजाब की प्रस्तावित झांकियों को अनुमति नहीं दिए जाने पर आम आदमी पार्टी को घेरा. उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की एक विशिष्ट समिति राज्य सरकारों और सरकारी विभागों से प्राप्त गणतंत्र परेड की झांकियों के प्रस्तावों पर निर्णय लेती है. यह शर्मनाक है कि आप नेता अपने झांकी प्रस्तावों को खारिज करने का कारण बताए बिना विशेषज्ञ समिति के फैसले का राजनीतिकरण कर रहे हैं.
बांसुरी स्वराज ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि अगर अनुमति दी जाती तो पंजाब और दिल्ली सरकार झांकियों में क्या-क्या दिखाती. उनके पास तो केवल अपने मंत्रियों के भ्रष्टाचार की गाथाएं और घोटाले दिखाने का है. आप सरकार गणतंत्र परेड की झांकियों में शराब घोटाला, नकली दवा घोटाला, बंगला घोटाला, पंजाब और दिल्ली के मंत्रियों के जेल जाने की कहानियां है.
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बांसुरी स्वराज ने कहा कि आम आदमी पार्टी यह क्यों नहीं बता रही की कमेटी ने उनकी झांकियों को शामिल करने की इजाजत क्यों नहीं दी. साल 2020 में सीबीसी की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 4000 नए क्लासरूम बनाए गए. जबकि हकीकत यह थी 4000 टॉयलेट को क्लासरूम की श्रेणी में दिखाया गया और 7000 क्लासरूम का पैसा लिया गया था. बड़ी ही हैरानी होती है कि दिल्ली के सरकारी अस्पताल में 10% दबाए नकली बांटी जा रही है. लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है. आम आदमी पार्टी से आग्रह है कि राजनीतिकरण बंद करें और दिल्ली और पंजाब की जनता के विकास के लिए कम करें.