नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में 275 लोगों ने अपनी जान गवां दी. वहीं, अस्पताल में काफी संख्या में घायल इलाज करवा रहे हैं. इस घटना के बाद विपक्ष मोदी सरकार पर आक्रमक है. लगातार रेल मंत्री पर निशाना साध रहा है. आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रेल मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. उन्हें हर जोन से सिग्नल फेल की शिकायत आ रही थी, उन्हें मैनपावर शॉर्टेज के बारे में बताया जा रहा था, लेकिन उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं किया. रेलवे प्रिंसिपल सिर्फ ऑपरेशन मैनेजर हरी शंकर वर्मा ने 8 फरवरी को केंद्र सरकार को बताया कि बैंगलोर दिल्ली एक्सप्रेसवे पर एक्सीडेंट से बचे. सिग्नल मेंटेनेंस सिस्टम में लगातर एरर आ रहा है. पटरी पर ट्रेन खड़ी होने पर रेड की जगह ग्रीन दिखा रहा है. ये शिकायत लगभग हर जोन से है.
2 फीसदी ट्रेन में लगा है कवचः कक्कड़ ने कहा कि मोदी सरकार अपने रेल मंत्री का तुरंत इस्तीफा लें. साल 2012 में ट्रेन कॉलिशन अवॉइडिंग सिस्टम विकसित किया गया था, जिसका नाम बदल कर कवच सिस्टम करके रेल मंत्री ने खूब प्रचार प्रसार किया, लेकिन 2 प्रतिशत ट्रेन में ही सिस्टम लगा है. AAP सांसद संदीप पाठक जो रेल कमिटी के सदस्य हैं, उन्होंने बार-बार केंद्र सरकार को कहा 75 फीसदी एक्सीडेंट डिरेलमेंट की वजह से होते हैं, अगर हाई स्पीड ट्रेन चलानी है तो एंटी डिरेलमेंट लगाने और ट्रैक को अपग्रेड करना होगा, लेकिन मोदी सरकार का सारा ध्यान वंदे भारत की तरफ था.
रेलवे में सुरक्षा कर्मी की कमीः आप प्रवक्ता ने कहा कि रेल मंत्री ने कहा था कि रेलवे में 3,30,00+ वैकेंसी हैं. इनमें आधे से ज्यादा सुरक्षा को लेकर हैं. 2022 में 18,000 वैकेंसी बताई गई थी. रेलवे मजदूर यूनियन ने धरना दिया. ओवरटाइम एम्पलाइज को लेकर. इसी 31 मई को रेलवे बोर्ड ने भी गुहार लगाई, पर कोई सुनवाई नहीं हुई.क्या इस घटना के लिए रेल मंत्री जिम्मेदार नहीं है.
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