नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) को लेकर संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. जल्द पार्टी के बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि वहां संगठन को मजबूत बनाने में अभी से सक्रिय हो जाएं. आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रभारी व विधायक विनय मिश्रा का कहना है चुनाव लड़ने को लेकर मीटिंग हुई हैं. सर्वे कराने के बाद पार्टी रणनीति तैयार करेगी. आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच अंतर्कलह का फायदा उठाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि गत वर्ष पंजाब के बाद उसी पैटर्न पर हिमाचल और गुजरात में आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए रणनीति तैयार की तो दोनों ही राज्यों के नतीजे अलग-अलग आए. आम आदमी पार्टी इन राज्यों से प्राप्त चुनाव लड़ने के अनुभवों के आधार पर राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है. जल्द पार्टी के बड़े चेहरे भी राजस्थान की जनता का नब्ज टटोलने के लिए राज्य का दौरा करने वाले हैं.
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नवंबर-दिसंबर में चुनाव संभवः राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2023 में खत्म हो रहा है. उससे पहले यहां पर विधानसभा चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी वर्ष 2018 में भी राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरी थी, नतीजे अनुमान के विपरीत आने के बाद वहां पर आम आदमी पार्टी ने अपनी इकाई को भंग कर दिया था. अब राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी आम आदमी पार्टी नए जोश के साथ दोबारा दमखम से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक लगातार इस बाबत बैठक कर रहे हैं.
पिछला चुनाव लड़ चुकी है AAP: दिसंबर 2018 में आम आदमी पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में 200 सीटों में से 143 पर उम्मीदवारों को टिकट दिया था. पार्टी को कुल 1,35, 816 वोट ही मिला. कोई भी उम्मीदवार टॉप 3 में किसी भी विधानसभा सीट पर नहीं आ पाया. 143 में से 51 उम्मीदवार ऐसे थे, जिनको 500 वोट भी नहीं मिल पाया था. कई-कई सीटों पर नोटा से भी कम वोट पार्टी प्रत्याशी को मिला था. पांच साल बाद अब पार्टी अपने सियासी अनुभवों का लाभ लेते हुए अभी से रणनीति तैयार करने में जुट गई है.
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