नई दिल्ली: दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि 2025 तक दिल्ली में कुल बसों का बेड़ा 10480 का होगा, जिनमें करीब 8000 इलेक्ट्रिक बसें होंगी. इन इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से सालाना 4.67 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को कम किया जा सकेगा. दिल्ली विश्व के उन शहरों में शामिल हो जाएगी, जहां पर सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें चलाती हैं. 6000 इलेक्ट्रिक बसों का आर्डर दिया गया है.
ये बातें परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने गुरुवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा आईपी डिपो से 500 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद दिल्ली सचिवालय में प्रेस वार्ता में कहीं.
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परिवहन मंत्री ने कहा कि एक सीएनजी बस यदि 1 किलोमीटर चलती है तो 800 ग्राम कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करती है. एक सीएनजी बस एक साल में करीब 70 हजार किलोमीटर चलती है जो 56 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करती है. दिल्ली में सीएनजी बसों की जगह 800 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं, जिनसे 34000 टन कार्बन उत्सर्जन को काम किया गया है.
इसी तरह जब दिल्ली में 8000 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी तो सालाना 4.67 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा. जिससे प्रदूषण के रोकथाम में काफी मदद मिलेगी. आज जो नई इलेक्ट्रिक बसें सड़क पर उतर गई हैं वे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. जीपीएस के जरिए उनकी लाइव ट्रैकिंग की जा सकती है. यात्री बस में लगे पैनिक बटन को दबाकर इमरजेंसी की सूचना दे सकते हैं. पैनिक बटन दबाने पर कमांड सेंटर और पुलिस के पास सूचना जाएगी. नई 500 बसों को रोहिणी हसनपुर वजीरपुर सुभाष पैलेस समेत अन्य डिपो में भेजा गया है. इन बसों के संचालन से यात्रियों को राहत मिलेगी. अब दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (डीटीसी) के पास 1300 इलेक्ट्रिक बसे हो गई हैं.
सभी बस स्टैंड का होगा इलेक्ट्रिफिकेशन
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि दिल्ली में अभी 60 बस स्टैंड है. सभी बस स्टैंड के इलेक्ट्रिफिकेशन करने का काम चल रहा है. दिल्ली सरकार की ओर से 1500 करोड़ रुपये इलेक्ट्रिफिकेशन में खर्च किए गए हैं. केंद्र सरकार की ओर से एक बस पर 45 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाती है.
2025 तक हट जाएगी सभी पुरानी बसें
दिल्ली के लोगों को अगले 2 साल में पुरानी बसों से छुटकारा मिल जाएगा, जो अक्सर राह चलते कहीं पर भी रुक जाती हैं. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि वर्ष 2025 तक सभी पुरानी बसों को हटा दिया जाएगा. उनकी जगह नई बसें चलेंगी. 6000 इलेक्ट्रिक बसों को बनाने का आदेश दिया गया है. अब हर माह दिल्ली की सड़क पर नई इलेक्ट्रिक बसों को उतारा जाएगा. बस चालकों द्वारा दुर्व्यवहार करने के मामलों पर परिवहन मंत्री ने कहा कि आने वाले सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बसों में चालक और परिचालक के व्यवहार की भी मॉनिटरिंग की जाएगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि जनवरी से मोहल्ला बस आएंगी और इनका संचालन मेट्रो स्टेशन से विभिन्न स्थानों के लिए किया जाएगा. इससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी बढ़ेगी.
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