नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली के झंडेवालान में बने मशहूर वीडियोकॉन टावर से गिरकर 2 मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसे लेकर मजदूरों के परिजनों ने वीडियोकॉन टावर का घेराव किया. इस बीच मजदूरों के परिजनों के साथ सैकड़ों मजदूर वहां मौजूद रहे.
दरअसल झंडेवालान स्थित वीडियोकॉन टावर पर राजू और प्रदीप 12वें माले पर शीशे की साफ सफाई का काम कर रहे थे, जिसके लिए बकायदा दोनों कर्मचारी अपने सामान के साथ लटके हुए थे. काम के दौरान केबल का तार टूटने से दोनों की नीचे गिरकर मौत हो गई.
परिजनों ने किया हंगामा
गुस्साए परिजन मंगलवार सुबह वीडियोकॉन टावर पहुंचे और हंगामा करते हुए टावर का घेराव किया. दोनों मृतकों में से एक मजदूर राजू विवाहित था जबकि प्रदीप अविवाहित था. मृतक राजू की पत्नी सुबह से अपनी डेढ़ साल की बच्ची को लिए वीडियोकॉन टावर के आगे बैठी रही.
राजू की पत्नी रानी ने ईटीवी भारत को बताया कि उसके पति की मौत के बाद ठेकेदार ने 50000 देने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे लेने से रानी ने इंकार कर दिया. पति के जाने के बाद रानी के परिवार में कोई कमाने वाला नहीं बचा है. रानी की मांग है कि उसके और उसकी डेढ़ साल की बच्ची के आगे के जीवन की जिम्मेदारी ठेकेदार को लेनी होगी.
मृतक प्रदीप अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था, उसकी मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है. प्रदीप के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है, जिसे लेकर उसकी मां को चिंता सता रही है कि वो अपने दो और छोटे बच्चों की परवरिश कैसे करेगी.