नई दिल्ली: फलों के राजा आम का सीजन अभी चल रहा है. ये ऐसा फल है, जिसे बच्चे से लेकर बुजुर्ग बहुत ही चाव से खाते हैं. इसका जायका, मिठास और खुशबू हर किसी को अपनी ओर खींच लेती है. अगर आम की 300 वैरायटी सामने हो तो सिर चकराना आम बात हो जाएगी. मंगलवार को जनपथ स्थित वेस्टर्न कोर्ट में भारत आम महोत्सव का आयोजन हुआ. इसका उद्घाटन दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने किया. नेशनल मीडिया क्लब द्वारा आयोजित 16वें इंडिया मैंगो फेस्टिवल में देशभर के सांसदों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने आम का स्वाद लिया. कई फिल्मी सितारे और हेयर स्टाइलिस्ट भी फेस्टिवल में पहुंचे थे.
फेस्टिवल में सबसे ज्यादा मोदी मैंगो और बुल्डोजर बाबा मैंगो अतिथियों का ध्यान खींच रहे थे। आम की इन वैरायटी के साथ गेस्ट सेल्फी लेते हुए दिखाई दिए. नेशनल मीडिया क्लब के अध्यक्ष सचिन अवस्थी ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि किसी भी छोटे से काम को करने के लिए एक बड़ी कोशिश की जरूरत होती है. यह कोशिश 16 वर्ष पूर्व संगठन के चैयरमन रमेश अवस्थी द्वारा की गई थी.
उन्होंने बताया कि इस मैंगो फेस्टिवल से किसानों और व्यापारियों को जोड़ा गया है. वे अपने-अपने आम की किस्मों को प्रदर्शित कर रहे हैं. सिर्फ भारत में ही आमों की 1000 से ज्यादा वैरायटीज पाई जाती हैं. आज का किसान भी केंद्र सरकार के कामों से बहुत प्रभावित है. यही वजह है कि उन्होंने प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर आम की किस्म निकाल दी. इस तरह की प्रदर्शनी में किसानों को अपने माल की बिक्री में फायदा होता है. यहां आने वाले लोग प्रदर्शनी में आम की तमाम नस्ल देखकर हैरान है.
सचिन ने बताया की आम की तमाम नस्लों पर रिसर्च करने वाले ICR विभाग ने भी एग्जीबिशन में 150 आमों की वैरायटी को प्रदर्शित किया है. आम के सीजन में जगह-जगह मैंगो फेस्टिवल होते हैं. इसमें लोगों को आम की बहुत सी किस्म, स्वाद, क्वालिटी, खुशबू और विशेषता जानने को मिलती है. इस तरह के एग्जीबिशन में देश-दुनिया के तमाम आम एक जगह मिल जाते हैं.
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