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आचार संहिता का नहीं होगा उल्लंघन, जनप्रतिनिधियों को दी गई ट्रनिंग - ETV bharat

गाजियाबाद में 11 अप्रैल को पहले चरण के अंतर्गत वोट डाले जाएंगे. चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया.

जनप्रतिनिधियों को दी गई ट्रनिंग
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Published : Mar 13, 2019, 5:53 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद में 11 अप्रैल को पहले चरण के अंतर्गत वोट डाले जाएंगे. चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया.

इस कार्यशाला में नगर आयुक्त दिनेश चंद्र और एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार ने जनप्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी.

बताया जा रहा है कि इस कार्यशाला का मुख्य मकसद जनप्रतिनिधियों को आचार संहिता के बारे में बताना था. इस कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के तमाम नेता उपस्थित थे.

जनप्रतिनिधियों को दी गई ट्रनिंग

होना चाहिए आचार संहिता का कड़ाई से पालन
बैठक के दौरान नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने जनप्रतिनिधियों को बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए. अगर किसी भी प्रत्याशी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

देनी होगी बैनर या पोस्टरों के खर्चे की जानकारी
चुनाव के प्रचार के लिए जितने भी बैनर या पोस्टरों का मुद्रण होगा उसकी पूरी जानकारी जिला निर्वाचन कार्यालय को बिल के साथ भेजनी होगी. इतना ही नहीं इस साल चुनाव आयोग के आदेश के अनुरूप उम्मीदवारों के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रखी जाएगी.

नहीं होना चाहिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल
इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एमसीएमसी कमेटी का गठन किया गया है. अगर किसी उम्मीदवार या उसके समर्थक द्वारा सोशल मीडिया द्वारा उन्माद या द्वेष फैलाने वाले पोस्ट किए जाते है तो उनपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद में 11 अप्रैल को पहले चरण के अंतर्गत वोट डाले जाएंगे. चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया.

इस कार्यशाला में नगर आयुक्त दिनेश चंद्र और एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार ने जनप्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी.

बताया जा रहा है कि इस कार्यशाला का मुख्य मकसद जनप्रतिनिधियों को आचार संहिता के बारे में बताना था. इस कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के तमाम नेता उपस्थित थे.

जनप्रतिनिधियों को दी गई ट्रनिंग

होना चाहिए आचार संहिता का कड़ाई से पालन
बैठक के दौरान नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने जनप्रतिनिधियों को बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए. अगर किसी भी प्रत्याशी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

देनी होगी बैनर या पोस्टरों के खर्चे की जानकारी
चुनाव के प्रचार के लिए जितने भी बैनर या पोस्टरों का मुद्रण होगा उसकी पूरी जानकारी जिला निर्वाचन कार्यालय को बिल के साथ भेजनी होगी. इतना ही नहीं इस साल चुनाव आयोग के आदेश के अनुरूप उम्मीदवारों के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रखी जाएगी.

नहीं होना चाहिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल
इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एमसीएमसी कमेटी का गठन किया गया है. अगर किसी उम्मीदवार या उसके समर्थक द्वारा सोशल मीडिया द्वारा उन्माद या द्वेष फैलाने वाले पोस्ट किए जाते है तो उनपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:गाजियाबाद :गाजियाबाद में चुनावी बिगुल बज गया है. 11 अप्रैल को यहां पहले चरण के अंतर्गत वोट डाले जाएंगे. चुनाव की तैयारियों को लेकर आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें नगर आयुक्त दिनेश चंद्र और एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार ने जनप्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी.


Body:बताया जा रहा है कि इस कार्यशाला का मुख्य मकसद जनप्रतिनिधियों को आचार संहिता के बारे में बताना था. इस कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के तमाम नेता उपस्थित थे. बैठक के दौरान नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने जनप्रतिनिधियों को बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए. अगर किसी भी प्रत्याशी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. चुनाव के प्रचार के लिए जितने भी बैनर या पोस्टरों का मुद्रण होगा उसकी पूरी जानकारी जिला निर्वाचन कार्यालय को बिल के साथ भेजनी होगी. इतना ही नहीं इस वर्ष चुनाव आयोग के आदेश के अनुरूप उम्मीदवारों के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रखी जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एमसीएमसी कमेटी का गठन किया गया है. अगर किसी उम्मीदवार या उसके समर्थक द्वारा सोशल मीडिया द्वारा उन्माद या द्वेष फैलाने वाले पोस्ट किए जाते है तो उनपर कड़ी कानूनी की जाएगी.


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