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नौकरी के नाम पर झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़, 4 आरोपी गिरफ्तार

नौकरी के नाम पर झांसा देकर ठगी करने वाली महिला गैंग का भंडाफोड़ करते हुए पूर्वी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस की टीम ने तीन महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

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Published : Apr 15, 2023, 5:28 PM IST

नौकरी के नाम पर झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस की टीम ने नौकरी का झांसा देकर लोगों के साथ जालसाजी करने वाले महिला ठगों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने लक्ष्मी नगर में छापा मारकर इस गैंग में शामिल 3 महिलाओं सहित एक पुरुष को भी गिरफ्तार किया है. पूर्वी दिल्ली जिला डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान आरती चौहान, जीनत और माही शर्मा के तौर पर हुई है.

डीसीपी ने बताया कि शिकायत मिली थी कि लक्ष्मी नगर में बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाली फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चलाई जा रही है.
सूचना मिलने पर एसीपी पंकज अरोड़ा की देखरेख में साइबर पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने लक्ष्मी नगर के मकान नंबर A38 में छापा मारकर तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. आरोपी इस मकान में फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चला रही थीं.

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पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह नौकरी का झांसा देकर रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर लोगों से चीटिंग किया करती थीं. उन्होंने इसके लिए भर्ती से संबंधित अलग अलग पोर्टलों यानी naukari.com, TimesJobs.com आदि पर खुद को नौकरी प्रदाता के रूप में पंजीकृत किया है. नौकरी चाहने वाले लोगों को फोन कॉल / ईमेल आदि के माध्यम से संपर्क किया जाता. इच्छुक पीड़ितों को नौकरी देने के बहाने पंजीकरण राशि (5 हजार, 10 हजार, 20 हजार आदि) का भुगतान करने के लिए कहा जाता था.

पेमेंट लेने के बाद वे उन्हें बहुराष्ट्रीय कंपनियों का फर्जी जॉब लेटर भेजते थे. जिसमें कई महीने बाद की जॉइनिंग डेट होती थी. जब नौकरी चाहने वाले दी गई तारीख पर इन कंपनियों में जाते थे तो उन्हें पता चलता की जॉब लेटर फर्जी है और उनके साथ चीटिंग की गई है. पीड़ित जब प्लेसमेंट एजेंसी के कार्यालय पहुंचते तब वह ये अपना ठिकाना बदल चुके होते.

महिला आरोपियों ने पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि बड़ा रामलीला ग्राउंड, शाहदरा के पास रहने वाले तरुण कुमार उर्फ सागर भी उनके साथ काम करता है. खुलासे के बाद उसे भी पकड़ लिया गया है. आरोपी आरती चौहान(46) कृष्णा नगर की रहने वाली है. आरती बीकॉम पास है. जीनत(20) दिल्ली से सटे गाजियाबाद की रहने वाली है. वह 12वीं पास है. माही शर्मा(23) एमबीए की पढ़ाई कर रही है जबकि आरोपी अरुण कुमार ग्रेजुएट है.

पुलिस ने आरोपियों के पास से चीटिंग में इस्तेमाल एक लैपटॉप, दो स्मार्टफोन, पेटीएम क्यूआर कोड, स्कैनर वाई-फाई राउटर बरामद किया है. अब तक की जांच में पांच पीड़ितों का पता चल पाया है, जिन्हें इस गैंग ने अपना शिकार बनाया है. मामले की जांच की जा रही है कि इस गैंग ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है.

इसे भी पढ़ें: Surender Matiala Murder: BJP नेता की हत्या का CCTV से खुलेगा राज, पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा फुटेज

नौकरी के नाम पर झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस की टीम ने नौकरी का झांसा देकर लोगों के साथ जालसाजी करने वाले महिला ठगों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने लक्ष्मी नगर में छापा मारकर इस गैंग में शामिल 3 महिलाओं सहित एक पुरुष को भी गिरफ्तार किया है. पूर्वी दिल्ली जिला डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान आरती चौहान, जीनत और माही शर्मा के तौर पर हुई है.

डीसीपी ने बताया कि शिकायत मिली थी कि लक्ष्मी नगर में बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाली फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चलाई जा रही है.
सूचना मिलने पर एसीपी पंकज अरोड़ा की देखरेख में साइबर पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने लक्ष्मी नगर के मकान नंबर A38 में छापा मारकर तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. आरोपी इस मकान में फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चला रही थीं.

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पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह नौकरी का झांसा देकर रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर लोगों से चीटिंग किया करती थीं. उन्होंने इसके लिए भर्ती से संबंधित अलग अलग पोर्टलों यानी naukari.com, TimesJobs.com आदि पर खुद को नौकरी प्रदाता के रूप में पंजीकृत किया है. नौकरी चाहने वाले लोगों को फोन कॉल / ईमेल आदि के माध्यम से संपर्क किया जाता. इच्छुक पीड़ितों को नौकरी देने के बहाने पंजीकरण राशि (5 हजार, 10 हजार, 20 हजार आदि) का भुगतान करने के लिए कहा जाता था.

पेमेंट लेने के बाद वे उन्हें बहुराष्ट्रीय कंपनियों का फर्जी जॉब लेटर भेजते थे. जिसमें कई महीने बाद की जॉइनिंग डेट होती थी. जब नौकरी चाहने वाले दी गई तारीख पर इन कंपनियों में जाते थे तो उन्हें पता चलता की जॉब लेटर फर्जी है और उनके साथ चीटिंग की गई है. पीड़ित जब प्लेसमेंट एजेंसी के कार्यालय पहुंचते तब वह ये अपना ठिकाना बदल चुके होते.

महिला आरोपियों ने पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि बड़ा रामलीला ग्राउंड, शाहदरा के पास रहने वाले तरुण कुमार उर्फ सागर भी उनके साथ काम करता है. खुलासे के बाद उसे भी पकड़ लिया गया है. आरोपी आरती चौहान(46) कृष्णा नगर की रहने वाली है. आरती बीकॉम पास है. जीनत(20) दिल्ली से सटे गाजियाबाद की रहने वाली है. वह 12वीं पास है. माही शर्मा(23) एमबीए की पढ़ाई कर रही है जबकि आरोपी अरुण कुमार ग्रेजुएट है.

पुलिस ने आरोपियों के पास से चीटिंग में इस्तेमाल एक लैपटॉप, दो स्मार्टफोन, पेटीएम क्यूआर कोड, स्कैनर वाई-फाई राउटर बरामद किया है. अब तक की जांच में पांच पीड़ितों का पता चल पाया है, जिन्हें इस गैंग ने अपना शिकार बनाया है. मामले की जांच की जा रही है कि इस गैंग ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है.

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