नई दिल्ली/गाजियाबाद: हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को वाहनों पर जातिसूचक शब्द लिखने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद विशेष अभियान चलाकर वाहनों पर जाति सूचक शब्द लिखने वालों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में गाजियाबाद में भी रविवार को वाहनों पर जाति, संप्रदाय, पदसूचक समेत अन्य आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले वाहनों का चालान किया गया.
अपर पुलिस आयुक्त यातायात रामानंद कुशवाहा ने कहा कि यातायात निदेशालय के आदेश पर 11 अगस्त से 20 अगस्त तक विशेष अभियान चलाकर वाहनों पर जातिसूचक, संप्रदाय सूचक, पदसूचक समेत विभिन्न प्रकार के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले वाहनों का चालान किया जा रहा है. बीते तीन दिनों में इस तरह के शब्दों का प्रयोग करने वाले करीब 400 से अधिक वाहनों के चालान किए गए हैं. यातायात पुलिस की टीमें लगातार नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कर रही हैं.
उन्होंने बताया कि रविवार को गाजियाबाद में कुल 6,289 चालान किए गए. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर नो एंट्री में चलने वाले प्रतिबंधित वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 135 चालान किए गए हैं. वहीं गलत साइड ड्राइविंग के 1,021, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के 4,619, बिना सीट बेल्ट गाड़ी चलाने के 81, दोषपूर्ण नंबर प्लेट के 324, वाहनों पर जातिसूचक शब्द का प्रयोग करने पर 89 और गाड़ी में काली फिल्म लगाकर चलने पर 20 वाहनों चालान किए गए हैं.
इसलिए अगर आप भी बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चलाते हैं तो आप पर भी एक हजार का जुर्माना लग सकता है. वहीं दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दुपहिया वाहन ले जाने पर 20 हजार रुपये का चालान कट सकता है और अगर गाड़ी पर कोई जातिसूचक शब्द है तो आपका दो हजार रुपये का चालान हो सकता है. गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में अब सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से अधिकतर चालान कटते हैं. ऐसे में वाहन चालक को पता नहीं चलता कि कब उसका चालान कट गया और उसे फोन पर मैसेज के माध्यम से ही चालान कटने की जानकारी मिलती है.
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