नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के बीटा दो कोतवाली पुलिस पर कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है. आरोप है कि यहां पुलिस ने आबकारी विभाग के सिपाही की गलती को छुपाने के लिए यूनिवर्सिटी के चार छात्रों को ही जबरन घंटे के लिए थाने में हिरासत में रखा. इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों ने छात्रों के साथ अपराधियों जैसा सुलूक करते हुए चारों छात्रों के खिलाफ शांति भंग करने की धारा में कार्रवाई कर दी.
बताया गया कि, ग्रेटर नोएडा स्थित बेनेट यूनिवर्सिटी के चार छात्र शुक्रवार सुबह यूनिवर्सिटी से फरीदाबाद के लिए जा रहे थे. तभी उनकी कार में आबकारी विभाग की सिपाही ने टक्कर मार दी, जिसके बाद वह फरार हो गया. सिपाही की टक्कर से छात्रों की कार का शीशा टूट गया. इसपर छात्र उसका पीछा करते हुए आबकारी विभाग के सेक्टर गामा वन स्थित कार्यालय पर पहुंचे और नुकसान का हर्जाना देने की मांग की. लेकिन सिपाही ने उल्टा उन्हें ही डांट लगाते हुए पुलिस को सूचना दे दी और पुलिस मौके पर पहुंचकर सभी छात्रों को जबरन थाने ले गई.
इसके बाद छात्रों के मोबाइल फोन पुलिस ने अपने पास रख लिए और कई बार कहने पर भी मोबाइल नहीं दिया. साथ ही छात्रों के साथ अभद्रता कर शांति भंग करने की धाराओं में कार्रवाई कर दी. पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए छात्रों पर लगाई गई शांति भंग की धाराओं को हटाने और थाना प्रभारी पर जांच के बाद कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
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