नई दिल्ली/नोएडाः यूपी सरकार से लेकर नोएडा प्राधिकरण तक का दावा है कि यहां की सड़कें गड्ढा मुक्त हैं. लेकिन हालात इससे इतर हैं. अगर सड़कों की जमीनी हकीकत देखनी है तो हाइटेक सिटी कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के शो विंडो और राष्ट्रीय राजधानी से सटे नोएडा का जायजा लिया जा सकता है. नोएडा से ओखला होते हुए कालिंदी कुंज दिल्ली की तरफ जाने वाला रोड का बुरा हाल है. लोग गड्ढ़ों से होकर जाने को मजबूर हैं. जिस जगह पर ज्यादा गड्ढे हैं, वहां बैरियर लगा दिया गया है. (People are worried due to potholes on roads of Noida)
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन बाइक सवार इन गड्ढों में गिरकर घायल होते हैं. नोएडा से सेक्टर 37 और ओखला के रास्ते दिल्ली को जाने वाले नए बने यमुना के पुल से पूर्व प्राधिकरण द्वारा बनाया गया रोड महज चंद वर्षों के अंदर गड्ढे में तब्दील हो गया है. नोएडा से दिल्ली जाने वाले हर वाहन को गड्ढा मुक्त की जगह गड्ढा युक्त सड़क से होकर जाना पड़ता है. रोड के बीच में जिस तरह से बड़े-बड़े गड्ढे बने हैं, उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से लोग उधर से गुजरते होंगे.
नोएडा प्राधिकरण से लेकर सरकार तक सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के तमाम दावे किए जाते हैं, पर इन गड्ढों को देखकर दावे की कलई खुलती है. हादसे को दावत दे रहे गड्ढे नोएडा प्राधिकरण से लेकर प्रशासन और शासन को भी नजर नहीं आ रहे. सिर्फ नोएडा से कालिंदी कुंज जाने वाले रास्ते पर ही गड्ढे नहीं है बल्कि कालिंदी कुंज की तरफ से नोएडा आने वाले रोड पर भी खतरनाक गड्ढे हैं, जिससे आम जनता को गुजरने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
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यमुना पुल पर दुकान चलाने वाले अजीत यादव ने बताया कि रोड के बीच में बने गड्ढों के चलते प्रतिदिन 8 से 10 बाइक सवार यहां पर गिरते हैं और उन्हें चोट भी लगती है. सिग्नल फ्री रोड होने के चलते गाड़ियों की रफ्तार काफी तेज रहती है और अचानक सामने गड्ढा आने पर लोग गड्ढे में गिरते हैं या फिर किसी तरह से बचकर आगे बढ़ते हैं. दुकानदार ने बताया कि बाइक से गड्ढे में गिरने के बाद एक बाइक सवार द्वारा किनारे रखें बैरियर को गड्ढों के पास लगा दिया ताकि लोगों को एक संकेत मिल सके.