नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा एनसीआर क्षेत्र फर्जी कॉल सेंटर खोलकर लोगों के साथ ठगी करने का कारोबार काफी तेजी से फैलता जा रहा है. ऐसे ही एक कॉल सेंटर का खुलासा नोएडा के थाना फेस वन पुलिस ने रविवार को किया. पुलिस ने आम जन और व्यापारियो को सोशल मीडिया पर व्यापार को बढ़ाने का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा हिसार के लोकेश कुमार सिंह, आशुतोष कुमार व शाहजहांपुर के हिमांशु के रूप में हुई है. इनके कब्जे से 12 वॉकी वायरलेस फोन, 20 सीपीयू, 21 मॉनिटर, 15 की- बोर्ड, 15 माउस, 04 मोबाइल फोन, 3 पेन कार्ड, 1 क्रेडिट कार्ड, 3 डेबिट कार्ड व 26 वर्क चेट डिटेल बरामद की गई है.
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने कहा कि आरोपी शातिर किस्म के अपराधी है. जो जस्ट डायल व अन्य माध्यम से छोटे-छोटे व्यापारियो के फोन नंबर निकाल कर उस पर कॉल करते थे. इस दौरान उनके व्यापार को सोशल मीडिया यू- ट्यूब, फेसबुक आदि पर प्रमोट करने के लुभावने ऑफर देकर पैसे ले लेते थे. आरोपियों ने एक फर्जी कंपनी बनाई थी. जिससे व्यापारी को विश्वास में ले सके. झांसे में लेने के लिए आरोपी वेबसाइट से एक फर्जी मैसेज भी भेजते थे. व्यापारियो से पैसे लेने के बाद भी ये लोग कोई काम नहीं करते थे.
पकड़े न जाये इसलिये इन लोगों ने अपनी कंपनी दिल्ली के लक्ष्मी नगर के पते पर रजिस्टर्ड करा रखी था. कॉल करने के लिए जो सिम लेते थे, उन्हें इस्तेमाल कर फेंक देते थे. तथा नये नम्बर ले लेते है. आरोपियों ने कंपनी के नाम पर यस बैंक व कोटक महिंद्रा बैंक में खाते व यूपीआइ के माध्यम से व्यापारियों से पैसा लेते थे. जो व्यापारी पैसा देने के बाद प्रचार नहीं होने पर रिफंड मांगते तो उन्हें ब्लाक कर देते थे. ये लोग कॉल करते समय क्लाइन्ट को अपनी रजिस्टर्ड कम्पनी लक्ष्मी नगर का पता देते थे. ताकि कभी पकड़े न जाए.
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आरोपी कॉल करने के लिए कुछ लड़के-लड़कियो को भी जॉब पर रखते थे जब वो टार्गेट पूरा नहीं कर पाते तो उन्हें बिना सैलरी दिए निकाल देते थे. जब कोई ज्यादा पीछे पड़ता तो ये अपना ऑफिस बदल देते थे. इनके द्वारा दिलीप मिश्रा निवासी अयोध्या, वसीम निवासी दिल्ली, सोनू मेहन्दी आर्ट व फैसल हुसैन से ऑनलाइन व्यापार के नाम पर लगभग 10,000 रुपये, 7000 रुपये, 11,000 रुपये व 8650 रुपये लेकर ठगी की. गये है. ये लोग यह काम वर्ष 2018 से कर रहे है और अब तक हजारों लोगों से करोड़ो रुपये ठग चुके हैं.