नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा के जिलाधिकारी के आदेश के बाद रियल एस्टेट रेगुलेशन अथॉरिटी (रेरा) की RC रिकवरी का काम तेज हो गया है. दादरी तहसील के अधिकारियों ने सेक्टर 96 स्थित सुपरटेक बिल्डर के दफ्तर में मुनादी की गई. रेरा की रिकवरी मामले में सुपरटेक बिल्डर डिफॉल्टर है. पैसा ना जमा करने पर प्रॉपर्टी सीज होगी और बिल्डर को जेल भेजा जाएगा. जिले में प्रशासन के 40 अधिकारी और कर्मचारी वसूली में जुटे हुए हैं. यह जानकारी दादरी तहसील के नायब तहसीलदार रामकिशन ने शुक्रवार को दी. उन्होंने बताया कि सुपरटेक के अतिरिक्त करीब 101 बिल्डर और भी हैं, जिनके ऊपर 500 करोड़ से अधिक का बकाया है और उनसे भी वसूली की जाएगी.
रेरा की वसूली को लेकर डीएम सख्तः रेरा की वसूली को लेकर आज नोएडा के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में बकायेदारों के ऑफिस एवं आवास पर मुनादी कराई गई. जनपद गौतमबुद्ध नगर में बिल्डरों से उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण रेरा की बकाया राशि को वसूल करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा 20 टीमों का गठन किया गया है. टीम द्वारा आज अभियान चलाकर बकायेदारों के कार्यालय एवं आवास पर मुनादी की गई.
रेरा प्राधिकरण को सुपरटेक से करीब 33 करोड़ रुपए बकाया वसूलना है. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा करीब 101 ऐसे बिल्डरों को चिन्हित किया गया है, जिनसे 503 करोड़ रुपए बकाया वसूलना है. मुनादी के माध्यम से आज बिल्डरों को जानकारी दी गई है. बिल्डरों द्वारा निर्धारित समय के अंदर अगर बकाया नहीं चुकाया गया तो उनके खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करने के साथ ही उनकी चल और अचल संपत्ति को नीलाम करने की भी बात कही गई.
नायब तहसीलदार राम किशन ने बताया कि मुनादी के माध्यम से बकायेदारों को सचेत किया जा रहा है कि यदि 48 घंटे के अंदर उनके द्वारा बकाया धनराशि अदा नहीं की गई तो संबंधित बकायेदारों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.