नई दिल्ली: भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल सरकार के बजट 2023-24 को पिछले बजट का कॉपी-पेस्ट बताया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के पास अब कोई विजन नहीं है, यही कारण है कि इस बार के बजट में कुछ भी नया नहीं.
मनोज तिवारी ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष के बजट से इस बार का बजट कम है और दिल्लीवासियों को इस बजट से सिर्फ निराशा हाथ लगी है. शिक्षा और स्वास्थ्य पर शोर मचाने वाली केजरीवाल सरकार का पिछला हेल्थ बजट 9,769 करोड़ रुपये था जो इस साल 27 करोड़ रुपये घट गया है. उन्होंने कहा कि, दिल्ली में पहले ही लोग स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं और इस बार का हेल्थ बजट घटाकर केजरीवाल सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि, शिक्षा के बजट में पिछले साल और इस बार में कोई अंतर नहीं है. अपने आठ सालों के कार्यकाल में केजरीवाल सरकार ने एक भी नया स्कूल नहीं बनवाया. ऐसे में सवाल यह है कि 16,575 करोड़ रुपये का शिक्षा बजट का पैसा कहां जा रहा है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल इस बार भी शिक्षा बजट के साथ 5 लाख का कमरा 30 लाख में बनवाकर पैसे की हेर फेर करने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि, ट्रांसपोर्ट क्षेत्र की स्थिति और बदतर है. पिछले आठ सालों में नई बस छोड़िए, पुरानी बसों की स्थिति बदहाल है. पिछले वर्ष यह बजट 9,539 करोड़ रुपये था जो अब घटकर 9,333 करोड़ हो गया है. स्थिति यह है कि सरकारी बसों के ड्राइवर महिला देखकर बस नहीं रोकते क्योंकि उनसे किराया नहीं लिया जाता. उन्होंने कहा, यही हाल सोशल वेलफेयर का भी है. सोशल वेलफेयर का पहले बजट 4,843 करोड़ रुपये था जो इस बार 99 करोड़ कम कर दिया. विधवा, महिला, वृद्धजनों के प्रति केजरीवाल आखिर इतने निर्दयी कैसे हो सकते हैं, जो उनकी पेंशन तक लागू नहीं की. मनोज तिवारी ने केजरीवाल को क्रेडिट चोर की संज्ञा देते हुए कहा कि, जी-20 की तैयारी को लेकर केंद सरकार सड़कें बना रही है और सजावट हो रही है, लेकिन उसका क्रेडिट वह खुद ले रहे हैं.
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