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इस दिन से लग रहा है खरमास, एक महीने के लिए बंद हो जाएंगे सभी शुभ कार्य - मकर संक्रांति

Kharmaas 2023: दिसंबर महीने से खरमास की शुरुआत हो जाएगी, जिसके दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.

Kharmaas 2023
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 7, 2023, 1:33 PM IST

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: देवोत्थानी एकादशी की शुरुआत के साथ जहां वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो गए थे, वहीं अब खरमास में ये सारे शुभ कार्य नहीं किए जा सकेंगे. इस बार 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है, जिसके दौरान वैवाहिक कार्य, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, भूमि पूजन आदि कार्य नहीं होंगे.

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक, खरमास 16 दिसंबर को शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा, जो 15 जनवरी 2024 को रात्रि 02:44 बजे समाप्त होगा. इसके बाद मकर संक्रांति में फिर से शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे. खरमास हर वर्ष 15 अथवा 16 दिसंबर से आरंभ होकर 14 जनवरी तक ही रहता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक यह महीना पौष भी कहलाता है. यद्यपि चंद्रमा की गणना के अनुसार इस वर्ष पौष का महीना 27 दिसंबर से 11 जनवरी तक रहेगा. शास्त्रों के नियम अनुसार जब भी धनु और मीन की संक्रांति में सूर्य आते हैं तो उस समय अवधि में शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है.

यह भी पढ़ें-पिछले जन्म के पापों से मुक्ति दिलाती है उत्पन्ना एकादशी, व्रत कथा के साथ करें ये पाठ

आचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक, मकर संक्रांति 14 जनवरी को मध्य रात्रि 12:00 बजे के बाद 2:44 से लगेगी. सूर्योदय के पहले तिथि लग जाने के कारण मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी. इसके बाद से एक बार फिर विवाह सहित सभी प्रकार के शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे जो आगे कुछ महीनों तक चलेंगे.

यह भी पढ़ें-Govatsa Dwadashi 2023: संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है गोवत्स द्वादशी का व्रत, जानिए क्या है महत्व

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: देवोत्थानी एकादशी की शुरुआत के साथ जहां वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो गए थे, वहीं अब खरमास में ये सारे शुभ कार्य नहीं किए जा सकेंगे. इस बार 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है, जिसके दौरान वैवाहिक कार्य, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, भूमि पूजन आदि कार्य नहीं होंगे.

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक, खरमास 16 दिसंबर को शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा, जो 15 जनवरी 2024 को रात्रि 02:44 बजे समाप्त होगा. इसके बाद मकर संक्रांति में फिर से शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे. खरमास हर वर्ष 15 अथवा 16 दिसंबर से आरंभ होकर 14 जनवरी तक ही रहता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक यह महीना पौष भी कहलाता है. यद्यपि चंद्रमा की गणना के अनुसार इस वर्ष पौष का महीना 27 दिसंबर से 11 जनवरी तक रहेगा. शास्त्रों के नियम अनुसार जब भी धनु और मीन की संक्रांति में सूर्य आते हैं तो उस समय अवधि में शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है.

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आचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक, मकर संक्रांति 14 जनवरी को मध्य रात्रि 12:00 बजे के बाद 2:44 से लगेगी. सूर्योदय के पहले तिथि लग जाने के कारण मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी. इसके बाद से एक बार फिर विवाह सहित सभी प्रकार के शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे जो आगे कुछ महीनों तक चलेंगे.

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