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Nautapa 2023: 'नौतपा' में बेतहाशा बढ़ेगी गर्मी, जानें इसके बारे में सबकुछ - दिल्ली एनसीआर की ताजा खबरें

इस दिनों गर्मी से हर व्यक्ति परेशान है, लेकिन अगर ये कहा जाए कि आने वाले दिनों में गर्मी बेतहाशा बढ़ने वाली है तो. दरअसल मई महीने में नौतपा शुरू होने वाला है, जिसके दौरान बहुत अधिक गर्मी पड़ती है. आइए जानते हैं ऐसा क्यों होता है और इसका मॉनसून से क्या कनेक्शन है.

know about nautapa and its significance
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Published : May 20, 2023, 3:39 PM IST

शिव कुमार शर्मा, ज्योतिषाचार्य

नई दिल्ली/गाजियाबाद: सूर्य सिद्धांत और अन्य पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो गर्मी की तीव्रता बढ़ जाती है. सूर्य रोहिणी नक्षत्र में लगभग 15 दिन रहता है, लेकिन पहले 9 दिन सबसे अधिक तीव्रता वाले होते हैं. इस अवधि को नौतपा काल कहा जाता है. इस साल नौतपा 25 मई रात्रि 8:58 बजे से आरंभ होगा और 8 जून को शाम 6 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार भी इस अवधि में बहुत ही अधिक गर्मी पड़ती है. मॉनसून की तीव्रता या अल्पता कितनी होगी, यह इसी अवधि पर निर्भर होता है.

सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने के साथ ही मेष राशि में पहले से विराजमान बुध, गुरु और राहु त्रिग्रही योग बनाएंगे. वहीं 30 मई की शाम 7.39 बजे शुक्र ग्रह के कर्क राशि में प्रवेश से मंगल-शुक्र का योग बनेगा. नौतपा की शुरुआत में ग्रहों के अलग-अलग संयोग बनने से सूर्य की गर्मी इस बार अन्य साल की अपेक्षा ज्यादा रहेगी. जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि में 10 से 20 अंश तक रहता है, तब नौतपा होता है. इन 9 दिनों में सूर्य पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है. इस दौरान तापमान 42 डिग्री से 46 डिग्री तक पहुंच सकता है.

मॉनसून में बनेंगे उत्तम योग: इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र का निवास समुद्र तट पर व संवत 2080 में समय का वास भी धोबी के घर रहेगा. जो उत्तम वृष्टि का योग बनाता है. देखा जाए तो इससे पर्याप्त वर्षा होगी लेकिन पश्चिमी क्षेत्र गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि में अनियंत्रित रूप से वर्षा होगी.

नौतपा देता है वर्षा का संकेत: यदि 25 मई से 2 जून तक की अवधि में सूर्य प्रचंड रूप से चमकता है. ऐसे में जब भयंकर गर्मी पड़ती है तो संकेत मिलता है कि मॉनसून बहुत अच्छा रहने वाला है और पर्याप्त मात्रा में वर्षा होगी. लेकिन अगर किसी पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात के कारण वर्षा हो जाती है या मौसम ठंडा हो जाता है तो यह कमजोर मॉनसून का संकेत होता है.

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Disclaimer: यह खबर सामान्य मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है. ईटीवी भारत किसी भी मान्यताओं एवं जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. खबर केवल जानकारी के लिए है और किसी भी मान्यता या जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञों की सलाह लेकर अमल में लाएं.

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शिव कुमार शर्मा, ज्योतिषाचार्य

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सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने के साथ ही मेष राशि में पहले से विराजमान बुध, गुरु और राहु त्रिग्रही योग बनाएंगे. वहीं 30 मई की शाम 7.39 बजे शुक्र ग्रह के कर्क राशि में प्रवेश से मंगल-शुक्र का योग बनेगा. नौतपा की शुरुआत में ग्रहों के अलग-अलग संयोग बनने से सूर्य की गर्मी इस बार अन्य साल की अपेक्षा ज्यादा रहेगी. जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि में 10 से 20 अंश तक रहता है, तब नौतपा होता है. इन 9 दिनों में सूर्य पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है. इस दौरान तापमान 42 डिग्री से 46 डिग्री तक पहुंच सकता है.

मॉनसून में बनेंगे उत्तम योग: इस वर्ष रोहिणी नक्षत्र का निवास समुद्र तट पर व संवत 2080 में समय का वास भी धोबी के घर रहेगा. जो उत्तम वृष्टि का योग बनाता है. देखा जाए तो इससे पर्याप्त वर्षा होगी लेकिन पश्चिमी क्षेत्र गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि में अनियंत्रित रूप से वर्षा होगी.

नौतपा देता है वर्षा का संकेत: यदि 25 मई से 2 जून तक की अवधि में सूर्य प्रचंड रूप से चमकता है. ऐसे में जब भयंकर गर्मी पड़ती है तो संकेत मिलता है कि मॉनसून बहुत अच्छा रहने वाला है और पर्याप्त मात्रा में वर्षा होगी. लेकिन अगर किसी पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात के कारण वर्षा हो जाती है या मौसम ठंडा हो जाता है तो यह कमजोर मॉनसून का संकेत होता है.

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Disclaimer: यह खबर सामान्य मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है. ईटीवी भारत किसी भी मान्यताओं एवं जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. खबर केवल जानकारी के लिए है और किसी भी मान्यता या जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञों की सलाह लेकर अमल में लाएं.

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