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'अनुच्छेद 370 हटाकर भाजपा ने साहसिक कार्य किया है'

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Published : Aug 12, 2019, 8:57 PM IST

जम्मू के रहने वाले सुशील गुप्ता जो वहां के बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गए, कहते हैं कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का वादा किया था. उन्हें इस पर यकीन नहीं हो रहा था. मगर सरकार ने यह किया जिससे उन्हें काफी खुशी है.

'अनुच्छेद 370 हटाकर भाजपा ने साहसिक कार्य किया है', etv bharat

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लगातार लोगों के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. वे लोग जो कभी भागकर वहां से दिल्ली आए और यहां अपनी शिक्षा दीक्षा हासिल की और यहीं के होकर रह गए. सोमवार को जब वे प्रदेश भाजपा कार्यालय में सदस्यता लेने पहुंचे तो अपना दर्द बयां किया.

जम्मू से दिल्ली आकर बसे लोगों ने भाजपा ज्वाइन की


'1989 में जम्मू छोड़ दिल्ली आयी'
जम्मू के सैनी कॉलोनी रहने वाली शेफाली जो अब दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, बताती हैं कि वह 1989 में दिल्ली आईं. तब वो 9 साल की थी. वहां पर ऐसे हालात बन गए थे कि माता-पिता ने देर रात में जम्मू छोड़कर जाने का फैसला लिया. वे लोग दिल्ली चले आए. उसके बाद उन्हें लगा कि सब कुछ छूट गया अब नए सिरे से यहां जिंदगी बितानी है.

'सरकार को और मजबूत बनाएंगे'
शेफाली कहती हैं कि केंद्र सरकार के इस दुस्साहस भरे कदम से उनकी जैसे हजारों-लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है. क्योंकि वहां पर अब जो उनके अपने रह गए हैं वह सुकून से रह सकेंगे. भाजपा सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद ही उन्होंने पार्टी में भी शामिल होने का फैसला लिया. ताकि पार्टी के लिए वे अब काम कर सरकार को और मजबूत बनाएंगी. जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बदले हालात के बाद क्या वो कश्मीर जाना चाहेंगी, शेफाली इस बात को सुनते ही काफी खुश हो गईं और बोलीं कि जम्मू तो वह अपने माता-पिता से मिलने कभी-कभी जाया करती थीं, कश्मीर तो जैसे छूट गया था. वहां के जवाहर नगर में उनका पुश्तैनी घर है. अब बदले हालात के बाद वह जरूर जाना चाहेंगी.

'बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गया'
वहीं जम्मू के रहने वाले सुशील गुप्ता जो वहां के बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गए, कहते हैं कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का वादा किया था. उन्हें इस पर यकीन नहीं हो रहा था. मगर सरकार ने यह किया जिससे उन्हें काफी खुशी है. इसलिए उन्होंने भी अचानक से भाजपा में सदस्यता ग्रहण कर अपना सहयोग देने का निर्णय लिया है. पार्टी जिस रूप में चाहे उनकी सेवा ले सकती है.

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लगातार लोगों के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. वे लोग जो कभी भागकर वहां से दिल्ली आए और यहां अपनी शिक्षा दीक्षा हासिल की और यहीं के होकर रह गए. सोमवार को जब वे प्रदेश भाजपा कार्यालय में सदस्यता लेने पहुंचे तो अपना दर्द बयां किया.

जम्मू से दिल्ली आकर बसे लोगों ने भाजपा ज्वाइन की


'1989 में जम्मू छोड़ दिल्ली आयी'
जम्मू के सैनी कॉलोनी रहने वाली शेफाली जो अब दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, बताती हैं कि वह 1989 में दिल्ली आईं. तब वो 9 साल की थी. वहां पर ऐसे हालात बन गए थे कि माता-पिता ने देर रात में जम्मू छोड़कर जाने का फैसला लिया. वे लोग दिल्ली चले आए. उसके बाद उन्हें लगा कि सब कुछ छूट गया अब नए सिरे से यहां जिंदगी बितानी है.

'सरकार को और मजबूत बनाएंगे'
शेफाली कहती हैं कि केंद्र सरकार के इस दुस्साहस भरे कदम से उनकी जैसे हजारों-लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है. क्योंकि वहां पर अब जो उनके अपने रह गए हैं वह सुकून से रह सकेंगे. भाजपा सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद ही उन्होंने पार्टी में भी शामिल होने का फैसला लिया. ताकि पार्टी के लिए वे अब काम कर सरकार को और मजबूत बनाएंगी. जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बदले हालात के बाद क्या वो कश्मीर जाना चाहेंगी, शेफाली इस बात को सुनते ही काफी खुश हो गईं और बोलीं कि जम्मू तो वह अपने माता-पिता से मिलने कभी-कभी जाया करती थीं, कश्मीर तो जैसे छूट गया था. वहां के जवाहर नगर में उनका पुश्तैनी घर है. अब बदले हालात के बाद वह जरूर जाना चाहेंगी.

'बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गया'
वहीं जम्मू के रहने वाले सुशील गुप्ता जो वहां के बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गए, कहते हैं कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का वादा किया था. उन्हें इस पर यकीन नहीं हो रहा था. मगर सरकार ने यह किया जिससे उन्हें काफी खुशी है. इसलिए उन्होंने भी अचानक से भाजपा में सदस्यता ग्रहण कर अपना सहयोग देने का निर्णय लिया है. पार्टी जिस रूप में चाहे उनकी सेवा ले सकती है.

Intro:नई दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वह लोग जो कभी भागकर वहां से दिल्ली आए और यहां अपनी शिक्षा दीक्षा हासिल की और यहीं के होकर रह गए. सोमवार को जब वे प्रदेश भाजपा कार्यालय में सदस्यता लेने पहुंचे तो अपना दुखड़ा भी रोया.




Body:जम्मू के सैनी कॉलोनी रहने वाली शेफाली जो अब दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, बताती हैं कि वह 1989 में दिल्ली आईं. तब वो 9 साल की थी. वहां पर ऐसे हालात बन गए थे कि माता-पिता ने देर रात में जम्मू छोड़कर जाने का फ़ैसला लिया. वह लोग दिल्ली चले आए. उसके बाद उन्हें लगा की सब कुछ छूट गया अब नए सिरे से यहां जिंदगी बितानी है.

शेफाली कहती हैं केंद्र सरकार के इस दुस्साहस भरे कदम से उनकी जैसे हजारों-लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है. क्योंकि वहां पर अब जो उनके अपने रह गए हैं वह सुकून से रह सकेंगे. भाजपा सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद ही उन्होंने पार्टी में भी शामिल होने का फैसला लिया ताकि पार्टी के लिए वे अब काम कर सरकार को और मजबूत बनाएंगी.

जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बदले हालात के बाद क्या वो कश्मीर जाना चाहेंगी, शेफाली इस बात को सुनते ही काफी खुश हो गई और बोलीं जम्मू तो वह अपने माता-पिता से मिलने कभी-कभी जाया करती थी, कश्मीर तो जैसे छूट गया था. वहां के जवाहर नगर में उनका पुश्तैनी घर है अब बदले हालात के बाद वह जरूर जाना चाहेंगी.

तो वहीं जम्मू के रहने वाले सुशील गुप्ता जो वहां के बिगड़े हालात को देख दिल्ली में आकर बस गए, कहते हैं कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का वादा किया था. उन्हें इस पर यकीन नहीं हो रहा था. मगर सरकार ने यह किया जिससे उन्हें काफी खुशी है. इसलिए उन्होंने भी अचानक से भाजपा में सदस्यता ग्रहण कर अपना सहयोग देने का निर्णय लिया है. पार्टी जिस रूप में चाहे उनकी सेवा ले सकती है.

समाप्त, आशुतोष झा


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