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इंडिया एक्सपो सेंटर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम फेयर का शुभारंभ

इंडिया एक्सपो सेंटर में शुक्रवार को तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम फेयर का शुभारंभ हुआ. इस दौरान पीयूष गोयल, दर्शना जरदोश जैसे केंद्रीय मंत्री भी शामिल रहे.

international toy fair begins at India Expo Center
international toy fair begins at India Expo Center
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Published : Aug 18, 2023, 10:31 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में शुक्रवार को खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम्स के दूसरे संस्करण का शुभारंभ हुआ. शुभारंभ हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद ऐप के अध्यक्ष दिलीप बाग की उपस्थिति में किया गया. इसका आयोजन 18 से 20 अगस्त तक इंडिया एक्सपो मार्ट में किया जाएगा, जिसमें एमएसएमई उद्योग और क्षेत्रीय खिलौना शिल्प निर्मित सहित 150 से अधिक प्रदर्शकों ने 12 प्रदर्शन सेगमेंट में उत्पाद पेश करेंगे.

दरअसल, भारतीय खिलौना उद्योग, वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है. 2028 तक इसका बाजार तीन बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह बाजार 2022 से 2028 की अवधि में 12% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) से बढ़ रहा है. घरेलू बाजार का आकार वर्तमान में अनुमानित मूल्य 1.5 बिलियन डॉलर है. भारत का खिलौना निर्यात 2018-19 में 203.42 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 325.72 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है.

इस अवसर पर आयोजकों को दिए गए अपने संदेश वाणिज्य और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस उद्योग का विकास देश के प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और दुनिया के लिए मेक इन इंडिया की दृष्टि के अनुरूप है. यह मेला उन खिलौना निर्माताओं को अपेक्षित बाजार लिंकेज स्थापित करके अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ अपने जुड़ाव का विस्तार करने का एक विशेष आवश्यकता प्रदान करता है, जिनमें मुख्य रूप से एमएसएमई और कुशल कारीगर शामिल हैं.

वहीं, केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने कहा कि भारत के खिलौने और खेल उद्योग में देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और दुनिया के लिए निर्माता बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस उद्योग के हितधारकों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और तीन दिवसीय मेले में दुनियाभर के खरीदारों के साथ जुड़ने के लिए एक उपयुक्त मंच मिल रहा है.

आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने बताया कि खिलौना क्षेत्र, डिजाइन और नवाचार के मामले में बहुत पुराने और फिर भी सब से गतिशील क्षेत्र में से एक है. इस शो के माध्यम से खरीदारों और विक्रेताओं के बीच सीधे व्यापार से लाभ उठाने के अलावा खिलौना निर्माता पारंपरिक कौशल और सामग्रियों को आधुनिक डिजाइन समझ और विनिर्माण प्रौद्योगिकी के साथ संयोजित करने के लिए रोमांचक तरीके तलाश सकते हैं.

यह भी पढ़ें-बच्चों को पढ़ाना पड़ेगा तब होगा बाबा साहेब आंबेडकर का सम्मान, नए स्कूल के उद्घाटन पर बोले CM केजरीवाल

वहीं, ईटीसीएच के कार्यकारी निर्देशक आर के वर्मा ने बताया कि खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम्स मेला फिर दर्शकों के बीच भारत के खिलौना सिल्क गांवों कस्बों और समूहों के दूरदराज के कोनों से कई कारीगरों के साथ हमारी समृद्ध विरासत और आदित्य शिल्प कौशल का जीवंत प्रतिनिधित्व पेश करता है. इस बीटूबी (बायर्स टू बॉयर्स) इंडोनेशिया, कनाडा, कजाकिस्तान कुवैत नीदरलैंड ओमान सऊदी अरब दक्षिण अफ्रीका ताइवान संयुक्त अरब अमीरात, यूएसए, उज़्बेकिस्तान और वियतनाम आदि देशों से विदेशी खरीददार शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें-Art Exhibition: अज्ञात प्रतिभाओं को इंडिया हैबिटेट सेंटर में लगी कला प्रदर्शनी में मिला मंच

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में शुक्रवार को खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम्स के दूसरे संस्करण का शुभारंभ हुआ. शुभारंभ हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद ऐप के अध्यक्ष दिलीप बाग की उपस्थिति में किया गया. इसका आयोजन 18 से 20 अगस्त तक इंडिया एक्सपो मार्ट में किया जाएगा, जिसमें एमएसएमई उद्योग और क्षेत्रीय खिलौना शिल्प निर्मित सहित 150 से अधिक प्रदर्शकों ने 12 प्रदर्शन सेगमेंट में उत्पाद पेश करेंगे.

दरअसल, भारतीय खिलौना उद्योग, वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है. 2028 तक इसका बाजार तीन बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह बाजार 2022 से 2028 की अवधि में 12% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) से बढ़ रहा है. घरेलू बाजार का आकार वर्तमान में अनुमानित मूल्य 1.5 बिलियन डॉलर है. भारत का खिलौना निर्यात 2018-19 में 203.42 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 325.72 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है.

इस अवसर पर आयोजकों को दिए गए अपने संदेश वाणिज्य और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस उद्योग का विकास देश के प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल और दुनिया के लिए मेक इन इंडिया की दृष्टि के अनुरूप है. यह मेला उन खिलौना निर्माताओं को अपेक्षित बाजार लिंकेज स्थापित करके अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ अपने जुड़ाव का विस्तार करने का एक विशेष आवश्यकता प्रदान करता है, जिनमें मुख्य रूप से एमएसएमई और कुशल कारीगर शामिल हैं.

वहीं, केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने कहा कि भारत के खिलौने और खेल उद्योग में देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और दुनिया के लिए निर्माता बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस उद्योग के हितधारकों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और तीन दिवसीय मेले में दुनियाभर के खरीदारों के साथ जुड़ने के लिए एक उपयुक्त मंच मिल रहा है.

आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने बताया कि खिलौना क्षेत्र, डिजाइन और नवाचार के मामले में बहुत पुराने और फिर भी सब से गतिशील क्षेत्र में से एक है. इस शो के माध्यम से खरीदारों और विक्रेताओं के बीच सीधे व्यापार से लाभ उठाने के अलावा खिलौना निर्माता पारंपरिक कौशल और सामग्रियों को आधुनिक डिजाइन समझ और विनिर्माण प्रौद्योगिकी के साथ संयोजित करने के लिए रोमांचक तरीके तलाश सकते हैं.

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वहीं, ईटीसीएच के कार्यकारी निर्देशक आर के वर्मा ने बताया कि खिलौना इंडिया टॉयज एंड गेम्स मेला फिर दर्शकों के बीच भारत के खिलौना सिल्क गांवों कस्बों और समूहों के दूरदराज के कोनों से कई कारीगरों के साथ हमारी समृद्ध विरासत और आदित्य शिल्प कौशल का जीवंत प्रतिनिधित्व पेश करता है. इस बीटूबी (बायर्स टू बॉयर्स) इंडोनेशिया, कनाडा, कजाकिस्तान कुवैत नीदरलैंड ओमान सऊदी अरब दक्षिण अफ्रीका ताइवान संयुक्त अरब अमीरात, यूएसए, उज़्बेकिस्तान और वियतनाम आदि देशों से विदेशी खरीददार शामिल होंगे.

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